आज 29 मार्च 2025 है। आज चैत्र माह की शनिश्चरी अमावस्या है। चैत्र अमावस्या का पर्व हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को होता है। इस दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान किया जाता है।
जानें शुभ मुहूर्त
चैत्र माह की अमावस्या तिथि 28 मार्च को शाम 07 बजकर 55 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 29 मार्च को दोपहर 04 बजकर 27 मिनट पर होगा। ऐसे में चैत्र अमावस्या शनिवार 29 मार्च को मनाई जाएगी। वहीं शनिवार के दिन यह अमावस्या पड़ रही है। इसके कारण इसे शनि अमावस्या भी कहा जाएगा।
स्नान का शुभ मुहूर्त- प्रातः 4:40 से प्रातः 5:27 तक
पूजा का शुभ मुहूर्त- प्रातः 7:46 से प्रातः 9:19 तक
जाने पूजा विधि
आज चैत्र अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान विष्णु का ध्यान करें। इसके बाद पवित्र नदी में स्नान करना बहुत शुभ होता है। नदी में स्नान के अलावा नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगा जल मिलाकर स्नान करना भी शुभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें और जरूरतमंदों को दान दे। दान का भी खास महत्व है। इस दिन शनि देव की कृपा पाने के लिए इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना और दीपक जलाना बहुत शुभ होता है।