नैनीताल से जुड़ी खबर सामने आई है। नैनीताल जिले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश व विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर सुबीर कुमार की अदालत ने अपना फैसला सुनाया है।
जानें पूरा मामला
जिसमे अदालत ने वर्ष 2018 में अल्मोड़ा में दर्ज मामले में गैंगस्टर के आरोप में गिरफ्तार दो अभियुक्तों को दो-दो वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही दोनों पर दस-दस हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। दरअसल यह मामला 30 जून 2018 का है। जब अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा के तत्कालीन थानाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने नशे के पदार्थों की तस्करी में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। बटुलिया ग्राम रिखौली जिला चंपावत निवासी दीवान सिंह रावत और ग्राम जोगा पाटी चंपावत निवासी केशर सिंह पर आरोप है कि वह गिरोह बनाकर लमगड़ा और आसपास के क्षेत्रों में नशे के पदार्थ की तस्करी कर रहे थे। डीएम के आदेश पर दोनों के खिलाफ गैंगस्टर में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में पेश किए गए।
अदालत का आदेश
अभियोजन पक्ष की ओर से आरोपों को साबित करने के लिए छह से अधिक गवाह पेश किए गए। न्यायालय को बताया कि पानीपत हरियाणा की न्यायालय ने आरोपी दीवान को वर्ष 2003 में दस वर्ष की कैद और एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। केशर सिंह के खिलाफ भी लमगड़ा थाने में मुकदमा दर्ज है। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद न्यायालय ने अपना फैसला सुनाया और दोनों अभियुक्तों को सजा सुनाई।