नैनीताल जिले के ज्योलीकोट से अल्मोड़ा के क्वारब होते हुए कर्ण प्रयाग तक हाईवे जल्द ही टू लेन में तब्दील हो जाएगा। इसके लिए तीन जिलों के एनएच खंडों के अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हाईवे के चौड़ीकरण से दोनों मंडलों के हजारों यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
टीसीएस कंपनी मौके पर पहुंचकर अधिकारियों के साथ सर्वे कार्य शुरू करेगी
इसी सप्ताह देहरादून की कंसल्टेंसी टीसीएस कंपनी मौके पर पहुंचकर अधिकारियों के साथ सर्वे कार्य शुरू कर देगी।
ज्योलीकोट कर्ण प्रयाग तक करीब 235 किमी हाईवे के चौड़ीकरण की मांग करीब डेढ़ दशक से चल रही है। विभागीय स्तर पर भी कई इस हाईवे के निर्माण की कवायद शुरू की गई मगर सफलता नहीं मिल पाई थी। इधर, अब इस हाईवे को टू लेन में तब्दील करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस परियोजना में कुमाऊं और गढ़वाल के तीन जिलों के एनएच खंड मिलकर तैयार करेंगे। विभागीय स्तर पर सर्वे और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंगलवार से कंसल्टेंसी कंपनी की टीम सर्वे के लिए मौके पर पहुंच जाएंगी।
इस प्रकार होगा चौड़ीकरण
योजना के तहत ज्योलीकोट से क्वारब तक नैनीताल जिले का एनएच खंड कार्य करवाएगा। क्वारब से अल्मोड़ा के लोधिया, पांडेखोला, रानीखेत, झिंगारीखाल, द्वाराहाट, चौखुटिया और पांडुवाखाल तक करीब 115 किमी हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य रानीखेत एनएच खंड करेगा। उसके बाद मेहलचौरी से गैरसैंण, रुद्रप्रयाग, सिंगली, कर्णप्रयाग आदि स्थानों पर हाईवे चौड़ीकरण का कार्य गढ़वाल मंडल का एनएच खंड कराएगा।
इस परियोजना के तहत 115 किमी हाईवे का चौड़ीकरण होगा
विनोद सनवाल, एई, एनएच खंड रानीखेत का कहना है कि ज्योलीकोट से कर्णप्रयाग तक करीब 235 किमी हाईवे को टू लेन में तब्दील करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसी सप्ताह से इस हाईवे का सर्वे भी शुरू हो जाएगा। उसके बाद डीपीआर निर्माण कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। अल्मोड़ा जिले में इस परियोजना के तहत 115 किमी हाईवे का चौड़ीकरण होगा।