नैनीताल जिला न्यायालय के अधिवक्ता भुवन चंद्र मेलकानी का मंगलवार को आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही अधिवक्ताओं में शोक की लहर है। मंगलवार करीब तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
लंबे समय से चल रहे थे अस्वस्थ:
अधिवक्ता भुवन चन्द्र मेलकानी (47) लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। तीन दशक से जिला न्यायालय में पहले टाइपिस्ट फिर बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस कर रहे थे। वह अपने पीछे पत्नी मीना व दो बच्चे चित्रा (14) व कर्तिक (9 )को छोड़ गये हैं। उनके बच्चे नैनीताल के ही प्रतिष्ठित स्कूल में अध्यनरत है।
अधिवक्ता भुवन चन्द मेलकानी युवा अधिवक्ताओं के लिए आदर्श के रूप में थे:
डीजीसी सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि अधिवक्ता भुवन युवा अधिवक्ताओं के लिये एक आदर्श है। ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकल उन्होंने संघर्ष करते हुए अपना जीवन जिया। वह क्रिमिनल, सिविल, रेवेन्यू के अच्छे जानकार थे। पैनल अधिवक्ता के रूप में भी वर्षों तक कार्य किया। उनके सबसे बड़े भाई केवलानंद मेलकानी भी जिला न्यायालय में कार्यरत हैै।
अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव ले जाया गया:
मंगलवार को कई अधिवक्ता उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने शहरफाटक स्थित उनके पैतृक गांव देवनगर रवाना हो गये। इस दौरान मंगलवार को अधिवक्ताओं ने न्यायालय कार्यो से विरत रहेंगे।
शोक व्यक्त किया:
जिला बार एसोसिएशन के अध्य्क्ष नीरज साह, सचिव दीपक रूवाली, डीजीसी सुशील शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता बीसी पाल, डीके मुनगली, राम सिंह रौतेला, हरिशंकर कंसल, राजेन्द्र पाठक, संजय सुयाल, सोहन तिवारी, तरुण चंद्रा, उमेश कांडपाल, मनीष कांडपाल, हेमा शर्मा, किरन आर्य, मेघा उप्रेती, स्वाति परिहार, मनीष जोशी, कैलाश जोशी, हरीश भट्ट, कैलाश बल्यूटिया, संजय त्रिपाठी, राकेश सुयाल, शिवांशु जोशी आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया।