July 5, 2024

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1 जुलाई को मनाया जाता है “नेशनल डाॅक्टर्स डे”, डॉ बीसी रॉय जिनकी याद में मनाया जाता है यह दिन, जाने 2024 की थीम

आज 1 जुलाई 2024 है। हर साल 1 जुलाई को चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। एक डाॅक्टर का अपने मरीजों के बेहतर इलाज महत्वपूर्ण योगदान रहता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं। आज हमारा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। जिसमें डाॅक्टर और स्वास्थ्यकर्मी निरंतर लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। जिसमें यह लोग अपनी जान की परवाह किये बिना दिन रात अपनी सेवा दे रहे हैं। कोरोना काल में डॉक्टर फ्रंट लाइन योद्धा के रूप में सामने आए हैं। इस कोरोना काल में कई डॉक्टर ऐसे भी रहे जो दूसरों की जान बचाते-बचाते अपनी जान गवां बैठे तो कई ऐसे भी डॉक्टर रहे जो खुद कोरोना संक्रमित होने के बावजूद अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाने में लगे रहे। किसी भी बड़ी स्वास्थ्य संबंधी आपदा में सुपर हीरो बनकर उभरने वाले इन डॉक्टरों को आज के दिन विशेष सम्मान देना चाहिए।

जाने “नेशनल डाॅक्टर्स डे” का इतिहास-

देश में डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत 1 जुलाई 1991 से की गई थी। यह दिन प्रसिद्ध चिकित्सक शिक्षाविद और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है। इनका जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था। सन् 1976 में इन्हें भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था। उनके तमाम योगदान को सम्मान देने के लिए हर साल 1 जुलाई का दिन ‘डॉक्टर्स डे’ के रूप में मनाया जाता है। भारत के प्रसिद्ध चिकित्सकों में से एक डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय का जन्मदिन व पुण्यतिथि दोनों आज ही यानी कि 1 जुलाई को है। ऐसे में उनके प्रति सम्मान के रूप में भी इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिन डॉक्टर्स के योगदान के बारे में लोगों को बताया जाता है, उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है, उन्हें सराहा जाता है।

जाने पहले काले रंग के कपड़े क़्यों पहनते थे डॉक्टर्स-

लगभग 1900 तक, चिकित्सकों ने अपने रोगी की बातचीत के लिए काले रंग के कपड़े पहने थे क्योंकि चिकित्सा मुठभेड़ों को गंभीर और औपचारिक मामलों के रूप में माना जाता था। पादरी भी काले रंग के कपड़े पहनते थे, जो पैरिशियन के साथ मुठभेड़ों में उनकी भूमिका की गंभीर प्रकृति का संकेत देता था। चिकित्सकों ने पहली बार 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में सफेद लैब कोट पहनना शुरू किया था।

1 जुलाई को मनाया जाता है “नेशनल डाॅक्टर्स डे”-

भारत में डॉक्टर्स डे की शुरुआत 1991 में तत्कालिक सरकार द्वारा की गई थी। तब से हर साल 1 जुलाई को “नेशनल डॉक्टर्स डे” मनाया जाता है। भारत के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधानचंद्र राय को सम्मान और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। डॉ. राय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। उनके जन्म दिवस को डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जाता है। 

“नेशनल डाॅक्टर्स डे” 2024 की थीम-

इस वर्ष नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम “Healing Hands, Caring Hearts” तय की गई है