लंपी वायरस का कहर, देशभर में 58 हजार से ज्यादा गायों की मौत

देश के कई राज्यों में लंपी वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिससे बहुत सी गायों की मौत हो गई है। इस वायरस का कहर‌ लगातार बढ़ रहा है। उत्तराखंड राज्य में भी लंपी वायरस का कहर बना हुआ है।

लंपी वायरस का कहर‌-

लंपी वायरस ने देशभर में 58 हजार से ज्यादा गायों की जान ले ली है। अभी तक इसके 12 राज्यों में फैले होने की बात कही जा रही थी, अब केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा है कि 16 राज्यों में बीमारी दस्तक दे रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाने की कोशिशों को लेकर इसके निर्माता से बातचीत की गई है।‌

लंपी वायरस-

लंपी वायरस मवेशियों को होने वाली एक संक्रामक बीमारी है‌। इसे कैपरी पॉक्स वायरस भी कहते हैं‌। मच्छर, मक्खियां, जूं और ततैया आदि कीट इस बीमारी के रोगवाहक के रूप में काम करते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि दूषित भोजन-पानी के सेवन से भी लंपी वायरस का संक्रमण फैलता है। इस वायरस से संक्रमित पशुओं की खाल पर गाठें पड़ जाती हैं फिर उनमें घाव हो जाते हैं। मवेशियों को बुखार आना, नाक बहना, अधिक लार बहना और आंख आना इसके अन्य लक्षण हैं। यह बीमारी जानलेवा साबित हो रही है।

लंपी वायरस से बचाव-

लंपी बीमारी का कोई विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है लेकिन गोट पॉक्स वैक्सीन इसके निदान के रूप में इस्तेमाल की जा रही है। वैक्सीन की डोज पशुओं में संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करती है‌। इसके अलावा संक्रमित मवेशियों को पृथक रखने के लिए कहा जाता है। जिससे इसका बचाव किया जा सकता है।