अब कैंटीनों में मिलेगा खादी उत्पाद, शुरुवात में इन 32 उत्पादों की होगी आपूर्ति

केंद्र सरकार “स्वदेशी अभियान” को पूरे देश में विस्तार के लिए अर्धसैनिक बलों की कैंटीन में हाथ से बने खादी उत्पादों की बिक्री शुरू कर रही है।

अधिकतम “स्वदेशी” उत्पाद बेचना अनिवार्य

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अर्धसैनिक बलों की 107 कैंटीनों में खादी उत्पादों की बिक्री की शुरुआत की। इस मौके पर ने कहा कि देश में अर्धसैनिक बलों की सभी कैंटीन में जल्द ही खादी उत्पादों की बिक्री शुरू कर दी जाएगी। इससे पहले सभी कैंटीनों में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के माध्यम से अधिकतम “स्वदेशी” उत्पाद बेचना अनिवार्य कर दिया गया है।

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC)

खादी और ग्रामोद्योग आयोग, भारत में खादी और ग्रामोद्योग से संबंधित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय के अन्दर आने वाली एक शीर्ष संस्था है, जिसका मुख्य उद्देश्य “ग्रामीण इलाकों में खादी एवं ग्रामोद्योगों की स्थापना और विकास करने के लिए योजना बनाना, प्रचार करना, सुविधाएं और सहायता प्रदान करना है। इस कार्य को पूरा करने के लिए आयोग आवश्यकतानुसार ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कार्यरत अन्य एजेंसियों की सहायता भी लेती है। इसका प्रमुख कार्यों उत्पादकों को आपूर्ति के लिए कच्चे माल और उपकरणों के भंडार का निर्माण, कच्चे माल के प्रसंस्करण के लिए सामान्य सेवा सुविधाओं का निर्माण और कारीगरों को प्रशिक्षण के अलावा केवीआई उत्पादों के मार्केटिंग के लिए सुविधा प्रदान करना शामिल हैं।

अर्धसैनिक बलों की 107 कैंटीनों में शुरू

अर्धसैनिक बलों की कैंटीन विशेष रूप से खादी उत्पादों को बेचने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करेगी। वर्तमान में खादी को प्रोत्साहन देने के क्रम में अर्धसैनिक बलों की 107 कैंटीनों में खादी उत्पादों की बिक्री शुरू हो चुकी है। शुरुआत में राष्ट्रीय ध्वज, सूती तौलिए, शहद, कच्ची घानी सरसों का तेल और अगरबत्ती सहित 32 उत्पादों की आपूर्ति की जाएगी । यह आपूर्ति चक्र अर्धसैनिक बलों के साथ KVIC के ऐतिहासिक समझौतों के बाद संभव हो सका है।

खादी को मिल रहा बड़ा मंच

अर्धसैनिक बलों की कैंटीन विशेष रूप से खादी उत्पादों को बेचने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करेगी, जिसका सीधा असर केवीआईसी के उत्पादन तथा बिक्री पर पड़ेगा। अर्धसैनिक बलों को खादी उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला की आपूर्ति के तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है, जिसमें खादी कपड़े और रेडीमेड वस्त्र, सौंदर्य प्रसाधन तथा खाने-पीने की वस्तुएं और हर्बल उत्पाद शामिल होंगे। खादी उत्पादों के बढ़ते मांग को देखते हुए, अब तक KVIC ने विभिन्न अर्धसैनिक बलों को लगभग 17 करोड़ रुपये के उत्पादों की सफलतापूर्वक आपूर्ति की है। KVIC ने वर्ष 2021-22 में 1.15 लाख करोड़ रुपये का ऐतिहासिक कारोबार करते हुए लगभग 250 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की है।

बढ़ेंगे ग्रामीण रोजगार के अवसर

ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादित वस्तुओं की अर्धसैनिक बलों की कैंटीन में उपलब्धता से उनके उत्पादन की मांग मे इजाफा देखने को मिलेगा, जिसमें निश्चित रूप से स्थायी रोजगार सृजित करने की क्षमता है। खादी और ग्रामोद्योग की बात करें, तो खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने वित्त वर्ष 2021-22 में पीएमईजीपी के तहत अब तक के सबसे अधिक रोजगारों का सृजन करके पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। आयोग ने वित्त वर्ष 2021-22 में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 8.25 लाख का अब तक का सबसे अधिक रोजगार सृजन दर्ज किया है। इसके साथ ही आयोग ने अभूतपूर्व रूप से 1.03 लाख नई विनिर्माण और सेवा इकाइयों की भी स्थापना की।