19 अक्टूबर: नरक चौदस या छोटी दिवाली आज, इन देवों की पूजा का विधान, जानें शुभ मुहूर्त

आज 19 अक्टूबर 2025 है। आज देश भर में धूमधाम से छोटी दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। दिवाली एक दिन का त्योहार नहीं होता। यह धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है। इसलिए दिवाली 5 दिन का त्योहार माना जाता है। आज छोटी दिवाली है। जो नरक चौदस या छोटी दिवाली के नाम से भी जानी जाती है।

छोटी दिवाली

धनतेरस के अगले दिन छोटी दिवाली मनाई जाती है। आज छोटी दिवाली है। इसके बाद बड़ी दिवाली आती है। पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर छोटी दिवाली मनाई जाती है। इस साल छोटी दिवाली 19 अक्टूबर के दिन मनाई जा रही है। छोटी दिवाली के दिन ही नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। यह पर्व कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आता है। ऐसा कहते हैं कि इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था।

देखें शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 19 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार, नरक चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 19 अक्टूबर 2025, रविवार को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट से लेकर अगले दिन 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन अभ्यंग स्नान का शुभ समय सुबह 4 बजकर 56 मिनट से लेकर 6 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। वहीं, 19 अक्टूबर की रात को 11 बजकर 41 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 31 मिनट तक दीपदान के लिए शुभ मुहूर्त है।

इन देवों की पूजा

नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान जी और 6 देवों की पूजा की जाती है । जिसमें हनुमान जी , यम पूजा, श्रीकृष्ण पूजा, काली पूजा, शिव पूजा और भगवान वामन की पूजा करने से सारे कष्ट कट जाते हैं ।

अभ्यंग स्नान का महत्व

चतुर्दशी के दिन अभ्यंग स्नान, जिसे नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है, सबसे महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन अभ्यंग स्नान करते हैं, वे नरक में जाने से बच सकते हैं। अभ्यंग स्नान के दौरान उबटन के लिए तिल के तेल का प्रयोग करना चाहिए। अभ्यंग स्नान हमेशा चंद्रोदय के दौरान किया जाता है लेकिन सूर्योदय से पहले जबकि चतुर्दशी तिथि प्रचलित है।