आवासन और शहरी विकास मंत्रालय विश्व शौचालय दिवस आयोजन के अंतर्गत आज से सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती पर एक सप्ताह का जागरूकता अभियान शुरू किया। इस देश व्यापी अभियान में 246 शहर हिस्सा ले रहे हैं। इसके अंतर्गत शहरों को नालों और सेप्टिक टैंक की सफाई में मशीनों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि जोखिम वाले इस काम के दौरान सफाई कर्मचारियों की मौत और दुर्घटनाएं रोकी जा सकें। मंत्रालय ने विश्व शौचालय दिवस पर पिछले वर्ष 19 नवंबर को सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती का शुभारंभ किया था।
10 लाख आबादी वाले शहरों के लिए 12 करोड़ रूपये का प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा
मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के शुभारंभ पर इस चुनौती के लिए क्षेत्रीय स्तर पर आकलन की भी शुरूआत की। मंत्रालय ने बताया कि इस चुनौती के लिए अलग-अलग आबादी श्रेणियों में कई तरह के पुरस्कारों और आर्थिक प्रोत्साहन का निर्णय लिया गया है। 10 लाख आबादी वाले शहरों के लिए 12 करोड़ रूपये का प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा जबकि तीन से 10 लाख तक जनसंख्या वाले शहरों के लिए 10 करोड़ रुपये और तीन लाख तक की आबादी वाले शहरों के लिए आठ करोड़ रुपये का प्रथम पुरस्कार होगा। इसके अलावा बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले दो प्रमुख राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को प्रशस्ति पत्र और शील्ड दिये जाएंगे।
हेल्पलाइन नंबर शुरू किये गए हैं
सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती के तहत सुरक्षित सफाई के लिए 345 शहरों में कॉल सेंटर और 14 हजार चार सौ 20 हेल्पलाइन नंबर शुरू किये गए हैं। इनपर जोखिम पूर्ण सफाई की शिकायत भी दर्ज कराई जा सकती है। 31 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने उत्तरदायी सफाई प्राधिकरण स्थापित किये हैं और 210 शहरों में सफाई कार्रवाई इकाईयां स्थापित की गयी हैं। चुनौती में हिस्सा ले रहे 246 शहरों में एकल उपयोग प्लास्टिक पर पहले ही पाबंदी लगाई जा चुकी है।