आज पीएम मोदी ने फिनटेक पर सुबह करीब 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इनफिनिटी फोरम का शुभारम्भ किया।
फिन-टेक पर एक विचारशील नेतृत्वकारी मंच है
इनफिनिटी फोरम, फिन-टेक पर एक विचारशील नेतृत्वकारी मंच है। बताना चाहेंगे कि देश के अंदर सरकार ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने हेतु विभिन्न प्रयास किए हैं। आज की तारीख में देश में साढ़े सात लाख गांव ऐसे हैं जिनको लेकर सरकार इस बात पर फोकस कर रही है कि कैसे वहां पर डिजिटल या फिर ऑप्टिकल फाइबर हाई स्पीड कनेक्टिविटी मुहैया कराई जाए। वहीं सरकार दूसरी तरफ इस बात पर भी फोकस कर रही है कि हमारी जितनी भी ग्राम पंचायतें हैं जो लगभग ढाई लाख के करीब हैं, उनको कैसे ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट कर सकते हैं। इन इलाकों में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत इसलिए है ताकि सरकार की योजनाएं और स्कीम आसानी से उन तक पहुंच सके। फिनटेक का इस्तेमाल करना अपने आप में दर्शाता है कि यह एक करप्शन फ्री टेक्नोलॉजी है।
फोरम का एजेंडा
बता दें, गिफ्ट सिटी और ब्लूमबर्ग के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। पहले संस्करण में इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन भागीदार देश रहे। इस दौरान 70 से भी ज्यादा देशों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। अब इनफिनिटी फोरम के माध्यम से नए अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। इस फोरम का एजेंडा सीमाओं के पार जाकर थीम पर केंद्रित रहा।
फिनटेक पहलों को फिनटेक क्रांति में बदलने का आ गया समय
पीएम मोदी ने कहा, अब इन फिनटेक पहलों को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है। एक क्रांति जो देश के हर एक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण को प्राप्त करने में मदद करती है। हम अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने और उनसे सीखने में भी विश्वास करते हैं। हमारे डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर समाधान दुनिया भर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं।