तेरह वर्ष तक गुजरात की कमान संभालने के बाद देश का नेतृत्व अपने हाथों में लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब मई 2014 में पीएम पद की शपथ ली, तो सड़कों पर सन्नाटा छा गया, देश भर में ज्यादातर लोग टीवी स्क्रीन के सामने आंखें बिछा कर बैठ गए, क्योंकि हर कोई देश के सबसे बड़े परिवर्तन का गवाह बनना चाहता था। ये वो मौका था जब 1984 के बाद पहली बार किसी एक राजनीतिक दल ने पूर्ण बहुमत हासिल किया था। अब उसी प्रधानमंत्री का दूसरा कार्यकाल जारी है। और उनकी सरकार एक के बाद एक बड़े निर्णय ले रही है। चुनौतियों के बीच अवसरों को खोजने वाले पीएम मोदी आज 71 वां जन्मदिन मना रहे हैं ।
पीएम मोदी के जन्मदिन पर हम उन फैसलों पर प्रकाश डालेंगे जो आज मील का पत्थर बन चुके हैं। जानिये पीएम मोदी के अभूतपूर्व सफर के कुछ मील के पत्थर:
* तीन दशक बाद बहुमत के जनादेश के मूलमंत्र के साथ बने पहले पीएम। सबसे लंबे समय तक रहे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं।
* आज तक की सबसे अधिक सुधार उन्मुख सरकार। एक तरफ सामाजिक, प्रशासनिक, आर्थिक से लेकर दूसरी तरफ सांस्कृतिक और शैक्षिक विषयों तक मोदी सरकार के विकास की पहुंच है। सरल शब्दों में यह चहुंमुखी विकास वाली सरकार है।
* सरकार ने महिलाओं के जीवन को आसान बनाने के लिए अभूतपूर्व निर्णय लिए। गरीब महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध कराने से लेकर सेना में स्थायी कमीशन तक सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय मिलता है और ट्रिपल तलाक प्रथा को समाप्त करने में भी उसकी अहम भूमिका रही।
* साहसिक निर्णय लेने वाले अब तक के सबसे बड़े दिल वाले पीएम। बड़ी मूल्यवर्ग की मुद्रा के विमुद्रीकरण से लेकर योजन अयोग को नीति अयोग में परिवर्तित करने तक के निर्णय की बात हो या फिर नागरिकता संशोधन विधेयक पारित किए जाने तक की, वह भारतीय राजनीति को राह दिखा रहा है क्योंकि उसने जो किया है, वह किसी भी पिछले राजनेता ने ऐसा अब तक नहीं किया है।
* प्राचीन भारतीय ज्ञान की महिमा को फिर से स्थापित करना। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से लेकर आयुर्वेद तक और नव नियोजित पर्यटक सर्किट इसका उदाहरण है। उनके जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले राज्यसभा में पारित आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान संस्थान विधेयक-2020 प्रत्यक्ष उदाहरण है। यह विधेयक आयुर्वेद अनुसंधान को नई दिशा प्रदान करेगा।
* राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को हल करना, जिसे दुनिया ने अनसुलझा हुआ माना। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के साथ ही, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, एक शांतिपूर्ण न्यायिक फैसले के बाद, पूर्वोत्तर में दशकों पुराने जातीय मुद्दों को हल करना इसके उदाहरण हो सकते हैं।
* गरीब किसानों के लिए निरंतर, नियमित रूप से वित्तीय सहायता के लिए अपनी तरह की योजना पीएम- किसान। कृषि उत्पादों को अपने राज्य से बाहर बेचने के सारे बंधन तोड़ दिये। किसान की मेहनत को सीधे ग्राहक तक ले जाने से रोकने वाली सारी बंदिशों को समाप्त कर दिया।
* आत्मनिर्भर भारत अभियान : विश्व कोविड 19 की चुनौती से जब जुझ रहा था, इस आपदा को अवसर में बदलने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया। ताकि छोटे से छोटा उद्योग हो या फिर बड़ी से बड़ी परियोजनाएं, इस दिशा में भारत सिर्फ आत्मनिर्भर ही ना बने बल्कि पूरी दुनिया निवेश के लिए भारत की तरफ आकर्षित हो। इस नीति पर मोदी सरकार का काम लगातार जारी है।
* आयुष्मान भारत … विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना।
* गरीबों के लिए सबसे संवेदनशील सरकार… असंगठित क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधारों से लेकर स्टार्ट-अप इंडिया तक, पीएम गरीब कल्याण योजना, देश भर में एकल राशन कार्ड और इन छह वर्षों में सामाजिक सुधार के लिए दर्जनों कानून हुए पारित।
* रक्षा सुधार: सीडीएस से ओआरओपी तक और दशकों से अछूते रहे ऐतिहासिक खरीद के आदेश। और अब रक्षा क्षेत्र में एक नई सुबह आत्मनिर्भर भारत पर जोर है। झूठ पर दशकों से टिके पाकिस्तान और चीन की छवि का कठोर फैसलों द्वारा पर्दाफाश।
* भारत को एक नई पहचान देते हुए, वैश्विक क्षेत्र में एक नया विश्वास हासिल हुआ।
* उनके कार्यकाल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
* नए समीकरण, इस्लामी दुनिया में नई दोस्ती।
* नई शिक्षा नीति… दुनिया की सबसे लोकतांत्रिक, पारदर्शी नीति कतार में अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक के सुझाव को शामिल करके तैयार किया गया।
* भारत ने पिछले पांच वर्षों में अक्षय ऊर्जा में अपनी स्थापित क्षमता को 2.5 गुना बढ़ाया है। वहीं सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता में 13 गुना वृद्धि हुई है। वैश्विक स्तर पर भारत अब अक्षय ऊर्जा के मामले में चौथे स्थान पर है। यह दर्शाता है कि भारत जलवायु परिवर्तन को लेकर कितना गंभीर है।