Mann Ki Baat: पीएम नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ में किया नैनीताल की घोड़ा लाइब्रेरी का जिक्र, की सराहना

देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। आज 24 सितंबर है। आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम मन की बात आयोजित हुआ।

पीएम नरेन्द्र मोदी का लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम मन की बात का आज 105वां संस्करण

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात के 105वें एपिसोड का संबोधन किया। उन्होंने इसकी शुरुआत करते हुए कहा की इन दिनों सबसे अधिक पत्र और संदेश उन्हें 2 विषयों पर सबसे अधिक मिले हैं। पहला विषय चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग और दूसरा विषय दिल्ली में G20 का सफल आयोजन है। प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में ये जानकारी भी दी कि कर्नाटक के जिन होयसड़ा मंदिरों को UNESCO ने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है, जिन्हें, 13वीं शताब्दी के बेहतरीन आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है। बकौल पीएम मोदी, इन मंदिरों को यूनेस्को से मान्यता मिलना, मंदिर निर्माण की भारतीय परंपरा का भी सम्मान है। भारत में अब वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की कुल संख्या 42 हो गई है।

उत्तराखंड के घोड़ा लाइब्रेरी की तारीफ की

इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में एक बार फिर उत्तराखंड का जिक्र किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 105वें संस्करण के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के नैनीताल जिले की ‘घोड़ा लाइब्रेरी’का जिक्र किया। साथ ही काफी तारीफ और सराहना की। उन्होंने कहा कि “मेरे परिवारजनों, हमारे देश में शिक्षा को हमेशा एक सेवा के रूप में देखा जाता है। मुझे उत्तराखंड के कुछ ऐसे युवाओं के बारे में पता चला है, जो, इसी भावना के साथ बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं। नैनीताल जिले में कुछ युवाओं ने बच्चों के लिए अनोखी घोड़ा Library की शुरुआत की है। इस Library की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि दुर्गम से दुर्गम इलाकों में भी इसके जरिए बच्चों तक पुस्तकें पहुंच रही हैं और इतना ही नहीं, ये सेवा, बिल्कुल निशुल्क है। अब तक इसके माध्यम से नैनीताल के 12 गांवों को Cover किया गया है। बच्चों की शिक्षा से जुड़े इस नेक काम में मदद करने के लिए स्थानीय लोग भी खूब आगे आ रहे हैं। इस घोड़ा Library के जरिए यह प्रयास किया जा रहा है, कि दूरदराज के गांवों में रहने वाले बच्चों को स्कूल की किताबों के अलावा ‘कविताएं’, ‘कहानियां’ और ‘नैतिक शिक्षा’ की किताबें भी पढ़ने का पूरा मौका मिले। ये अनोखी Library बच्चों को भी खूब भा रही है।” पीएम नरेन्द्र मोदी ने इस काम के लिए नैनीताल और उत्तराखंडवासियो को बधाई दी।

जानें क्या है घोड़ा लाइब्रेरी?

घोड़ा लाइब्रेरी नैनीताल जिले के युवाओं की एक अनूठी पहल है। हिमोत्थान व संकल्प यूथ फाउंडेशन संस्था की मदद से घोड़े की पीठ पर चलती-फिरती लाइब्रेरी यानी घोड़ा लाइब्रेरी (Horse Library) शुरू की गई है। दूरस्थ गांव में जहां सड़क, संचार नेटवर्क व पढ़ाई के संसाधनों का अभाव है, वहां घोड़ा लाइब्रेरी पहुंच रही है। बच्चों को साहित्य और नैतिक शिक्षा से जोड़ने के लिए यह मुहिम शुरू की गई। बाघिनी गांव से घोड़ा लाइब्रेरी शुरू हुई और आज यह लोगों की मदद से घोड़े की पीठ पर पुस्तकें लेकर जलना, तोक व आलेख गांव समेत करीब 14 अन्य गांवों में बच्चों तक शिक्षा की अलख पहुंचा रही है।