रेलवे का निजीकरण नही होगा: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने हालिया बयान में कहा है कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा। वे कल शाम राज्यसभा में रेल मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा का जवाब दे रहे थे। श्री वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि रेलवे अर्थव्यवस्था के परिवर्तन का ईंजन बने। उन्होंने कहा कि रेलवे में सबसे बड़ी समस्या पूंजी निवेश है जो वर्ष 2014 से पहले नहीं किया गया था। वर्ष 2009 से 2014 तक केवल 45 हजार 980 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश किया गया था। वर्ष 2014 से 2019 तक यह बढ़कर 99 हजार 511 करोड़ रुपये हो गया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष  2 लाख 45 हजार 800 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश का लक्ष्‍य रखा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार रेलवे के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की ओर बढ़ रही है और अब तक 50 हजार किलोमीटर से अधिक का विद्युतीकरण किया जा चुका है। 

रेलवे स्टेशनों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया

उन्होंने कहा, देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए रिकॉर्ड 9 हजार 970 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। श्री वैष्णव ने कहा कि सरकार ने रेलवे स्टेशनों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया है और यात्री डिब्‍बों में ढाई लाख से अधिक बायो-टॉयलेट लगाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष में  8 सौ करोड़ यात्री रेल से सफर करते हैं और 14 सौ मिलियन टन की माल ढुलाई होती है।

उन्‍होंने कहा कि इस वर्ष एक लाख 40 हजार से अधिक लोगों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है। केरल में सिल्वर लाइन परियोजना के बारे में उन्‍होंने कहा कि इस मुद्दे पर निष्पक्ष फैसला होगा।