कहा गर्भ में नन्हे शिशु ने; डॉ. ललित चंद्र जोशी ‘योगी’ की स्वरचित कविता

मम्मी मोबाइल तैयार रखो तुम।
मैं झटपट से आने वाला हूँ।।
तुम तो हो गयी बहुत पुरानी।
मैं इक्कीसवीं सदी वाला हूँ।।

तैयार करो मोबाइल कवर तुम।
किसी नए ब्रांड का ले आना।।
जिसकी सेल्फी बहुत गजब की।
पावरफुल म्यूज़िक वाला हो।।

बैट्री जिसकी चार हजार M.H की।
जो सबको मुझसे Attract करे।।
Fb, insta से ढेरों एप्स हो जिसमें।
फ़ोन भी स्क्रीन गार्ड वाला हो।।

रिंगटोन हो जिसकी शानदार सी।
जो ब्लूटूथ से कनेक्टेड हो जाए।।
128 GB की स्टोरेज हो जिसमें।
टच होते ही जो झट से खुल जाए।।

कहा गर्भ में एक नन्हे शिशु ने।
मम्मी तुम मोबाइल तैयार रखो।
दस बारह हजार का नहीं चलेगा।
मोबाइल भी हाई-फाई वाला हो।।