देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। बीते गुरूवार को दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में नागरिक अलंकरण समारोह आयोजित हुआ। जिसमें प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार प्रदान किए गए। जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 2 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 56 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए।
डॉ केएस राजन्ना को पद्मश्री से किया गया सम्मानित
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्नाटक के डॉ केएस राजन्ना को पद्मश्री से सम्मानित किया। जिनका हौंसला हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान- पद्मश्री से अलंकृत किया गया। डॉ केएस राजन्ना को समाज सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए पद्मश्री से नवाजा गया है।
जाने कौन केएस राजन्ना
डॉ. राजन्ना कर्नाकट के बेंगलुरु के रहने वाले है। उनका संपूर्ण जीवन संघर्ष भरी जिंदगी की जीती-जागती मिसाल से कम नहीं है। महज 11 महीने की उम्र में उन्होंने पोलियों के कारण अपने हाथ और पैर गंवा दिए। लेकिन, बचपन से ही उन्होंने अपनी हिम्मत को डगमगाने नहीं दिया। घुटनों के बल पर चलना सीखा। खुद को पोलियो की चपेट में देखकर उन्होंने दूसरों को इससे बचाने का निर्णय लिया। समाजसेवी के रूप में दिव्यांग लोगों के लिए काम करने का फैसला किया। खुद को किसी से कम नहीं मानते हुए दिव्यांगजनों के लिए काम करने का फैसला किया। समाज सेवा से जुड़ने के बाद उन्होंने लगातार काम किया और 2013 में कर्नाटक सरकार ने उन्हें दिव्यांगों के लिए राज्य आयुक्त बना दिया। कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले राजन्ना को तीन साल के लिए यह पद दिया गया था, लेकिन कार्यकाल खत्म होने से पहले ही उन्हें हटा दिया गया। कुछ समय बाद उन्हें फिर से पद दे दिया गया।