Sports News: ‘स्पिन के किंग’ रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट से किया संन्यास का ऐलान, जानें भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे बॉलर का शानदार क्रिकेट करियर

देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। क्रिकेट जगत से जुड़ी खबर सामने आई है। भारतीय टीम के स्टार स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है।

अश्विन ने किया रिटायरमेंट का ऐलान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट खत्म होने के तुरंत बाद अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने 14 साल इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के बाद संन्यास का फैसला किया। उनके इस फैसले से फैंस को बड़ा झटका लगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गाबा टेस्ट के ड्रा होने के बाद रोहित शर्मा के साथ अश्विन प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए, जहां उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट का ऐलान किया। उन्होंने कहा, आज भारतीय टीम के क्रिकेटर के तौर पर मेरा अंतिम दिन था। मैं क्लब क्रिकेट खेलता रहूंगा।

टॉप-5 टेस्ट रैंकिंग में शामिल रहते हुए लिया रिटायरमेंट

रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2010 में आर अश्विन ने टीम इंडिया के लिए वनडे इंटरनेशनल में अपना डेब्यू किया था। अपना पहला मैच अश्विन ने ट्राई सीरीज के दौरान श्रीलंका के खिलाफ खेला। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 106 मैचों में 537 विकेट हासिल किए। उनके नाम 37 फाइव विकेट हॉल हैं और 8 बार उन्होंने मैच में 10 विकेट लिए। अश्विन ने 156 वनडे विकेट भी हासिल किए। टी-20 में अश्विन ने 72 विकेट चटकाए। अश्विन ने बतौर बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन बनाए और उन्होंने कुल 6 टेस्ट शतक लगाए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम कुल 8 शतक रहे। उन्होंने तीनों फॉर्मेट मिलाकर 287 मैच खेले और 765 विकेट लिए। अश्विन भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अश्विन महान स्पिनरों में गिने जाते हैं। मौजूदा समय में नाथन लियोन के साथ वह दुनिया के शीर्ष स्पिन गेंदबाज रहे। टेस्ट में 200 या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनर्स में अश्विन का स्ट्राइक रेट सबसे बेहतर है।

चेन्नई में हुआ जन्म

रविचंद्रन अश्विन का जन्म 17 सितंबर 1986 को चेन्नई के मायलापुर में हुआ। उनके पिता रविचंद्रन खुद एक क्लब क्रिकेटर और तेज गेंदबाज थे। उन्होंने चेन्नई से स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से IT में ग्रेजुएशन किया, लेकिन उन्होंने इंजीनियरिंग को अलविदा कह क्रिकेट को अपना सपना बनाया। रवि अश्विन की गिनती सबसे पढ़े-लिखे क्रिकेटरों में होती है।