कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’, पीएम मोदी ने भी की सराहना


विवेक अग्निहोत्री द कश्मीर फाइल्स लेकर आए हैं, जिसमें उन्होंने 90 के दशक में कश्मीर में हुए कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं के नरसंहार और पलायन की कहानी को दर्शाया है। इस फिल्म के जरिए विवेक 30 साल से दर्द लिए कश्मीरी पंडितों को न्याय दिलाने की बात करते हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ पिछले काफी समय से सुर्खियां बटोर रही है। 11 मार्च को रिलीज हुई इस फिल्म को दर्शकों और आलोचकों दोनों से सराहना मिल रही है।

प्रधानमंत्री ने की सराहना-

तेलुगु निर्माता अभिषेक अग्रवाल की पहली बॉलीवुड फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीसे सराहना मिली है। प्रधानमंत्री ने फिल्म निर्माताओं से कश्मीर विद्रोह के दौरान कश्मीरी हिंदुओं के पलायन पर फिल्म बनाने की हिम्मत करने के लिए उन्हें बधाई देने का आह्वान किया। इस जर्नी के दौरान, विवेक अग्निहोत्री और अभिषेक के साथ अभिनेत्री पल्लवी जोशी भी नजर आईं।

फिल्म की कहानी-

द कश्मीर फाइल्स एक टाइम ट्रैवल के तौर पर काम करती है, जिसमें 1990 के वक़्त को मौजूदा पीढ़ी के साथ जोड़ने का काम किया गया है।  दिल्ली में पढ़ने वाला छात्र अपने दादा की अस्थियों को विसर्जित करने कश्मीर जाता है। यहां पर ही उसकी मुलाक़ात दादा के दोस्तों से होती है और फिर पुरानी कहानियां निकलकर आती हैं कि किस तरह कश्मीरी पंडितों को उनके घर से खदेड़ा गया था। यहां से ही कहानी को रिवाइंड में मोड़ दिया गया है, जिसमें 1990 के वक़्त में किस तरह चीज़ें फैलीं और कश्मीरी पंडितों को भगाया गया, ये दर्शाया गया है। इसी दलदल में दोस्ती, सरकारी मशीनरी के एक पहलू को दिखाते हुए उसपर तंज कसे गए हैं।