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फलों में छुपा है सुंदरता और सेहत का खजाना, आंतरिक और बाह्य सुंदरता के लिये कैसे करें प्रयोग बता रही हैं विशेषज्ञ

हर कोई स्वस्थ और सुंदर दिखना चाहता है, इसके लिए कई लोग तरह-तरह के उपाय और जतन करते हैं लेकिन सेहत और सुंदरता काफी कुछ खानपान पर निर्भर करता है। अगर फल खाने का शौक रखते हैं तो निरोगी काया तथा सुन्दर त्वचा स्वतः मिल जाएगी।
इससे बाहरी तथा आंतरिक दोनों सौंदर्य में निखार आता है। इससे त्वचा की रंगत बदलकर लाल तथा पीली हो जाती है तथा त्वचा में जबरदस्त आकर्षण पैदा होता है। कुछ ख़ास फलों के नियमित इस्तेमाल से आप स्वास्थ्य सौंदर्य प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए स्वस्थ और सुंदर रहने के लिये फलों के सेवन से त्वचा के रोगों से मुक्ति पाकर चमचमाती तथा सुन्दर त्वचा ग्रहण कर सकते हैं।

कौन से फल होते हैं गुणकारी इस बारे में लखनऊ की सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज़ हुसैन ने कई टिप्स दिए, जो आंतरिक के साथ ही बाह्य सुंदरता के लिये भी महत्वपूर्ण हैं।

आम

आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम ए, सी, ई, के, विटामिन मिनरल, पोटाशियम, कैलशियम तथा मैगनिशियम से परिपूर्ण होते हैं। आम के फल में वायोफलेवोनोडज विद्यमान होते हैं। जो प्रभावी एंटी आक्सीडैंट होते हैं तथा त्वचा के मूल स्वरूप को पहुंची क्षति को निष्प्रभावी बनाकर इसे मूल रूप में वापस लाते हैं। आम विटामिन ए तथा सी से पूरिपूर्ण होते हैं तथा त्वचा में ताजगी, यौवन तथा गोरापन लाने में मदद करते हैं।

यह त्वचा में झुर्रियां तथा बुढ़ापे को रोकने में भी मदद करते हैं। आम न केवल शरीर के सामान्य सन्तुलन को बनाए रखते हैं बल्कि इनके आहार से त्वचा तथा बाल मुलायम तथा चमकीले होते हैं। आम के सेवन से बालों के छिद्र कस जाते हैं जिससे बालों की जडे़ं मजबूत होती हैं। आम का पेस्ट फ्रूट पैक में सम्मलित कर त्वचा तथा बालों पर लगाया जा सकता है। शरीर तथा बालों के सौंदर्य उत्पादों को बनाने वाली कम्पनियां आम को सौंदर्य प्रसाधनों में जमकर प्रयोग करती है।

नींबू

नींबू विटामिन-सी तथा मिनरल का स्त्रोत माना जाता है। सौंदर्य सामग्री के तौर पर नींबू को कई प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है। नींबू को पानी मिलाकर ही प्रयोग में लाना चाहिए अन्यथा इससे त्वचा को नुकसान भी हो सकता है। नींबू के गाढ़े घोल के प्रयोग से बचना चाहिए। हालांकि घुटनों-कोहनियों में नींबू के छिलकों को सीधे रगड़कर बाद में पानी से धोया जा सकता है। नींबू के लगातार प्रयोग से त्वचा साफ तथा गोरी बन जाती है तथा रंगत में निखार आता है।

नींबू को हैंडलोशन की तरह भी प्रयोग में लाया जा सकता है। हल्के नींबू रस को गुलाब जल में मिलाकर हाथों की त्वचा से मलिए। खुरदरे हाथों के लिए नींबू जूस तथा दानेदार चीनी के मिश्रण को हाथों की त्वचा पर तबतक मलिए जबतक चीनी पूरी तरह घुल न जाए तथा उसके थोड़ी देर बाद हाथों को ताजे स्वच्छ पानी से धो डालिए।

इस मिश्रण के लगातार उपयोग से हाथों की त्वचा मुलायम होती है तथा त्वचा में निखार आता है। बालों को चमकीला तथा मुलायम बनाने के लिए नींबू रस को टी वाटर में मिश्रित करके बाल धोने के लिए उपयोग में लाएं। उबली हुई चाय पत्तियों को पर्याप्त पानी में उबालकर इस द्रव्य रस को ठण्डा होने दें। इस ठण्डे द्रव्य में नींबू रस मिलाकर इससे बाल धोने से बाल मुलायम तथा चमकले बनते हैं। नींबू के छिलकों को सुखाकर इसका पाउडर बनाकर इसे फेसपैक तथा स्क्रब में प्रयोग किया जा सकता है।

पका पपीता

अनेक विशिष्ट गुणों से परिपूर्ण होने के कारण पपीते को फरिश्तों का खाना भी कहा जाता है। पपीता विटामिन ए, बी, जी, पोटाशियम, काॅपर, मैगनिशियम से परिपूर्ण एंटी आक्सीडैंट होता है। पपीते में पपेन नामक एनजाईम विद्यमान होता है जो त्वचा की मृतक कोशिकाओं को मुलायम तथा हटाने में मददगार साबित होता है। इससे त्वचा चमकीली तथा निर्मल बन जाती है। पपीते के नियमित सेवन से त्वचा की रंगत में निखार आता है। पके पपीते के गुदे को चेहरे पर लगाया जा सकता है। पपीते के गुदे को जैई के आटे, दही तथा शहद से मिलाकर फेस मास्क तैयार किया जाता है। इस फेस मास्क को चेहरे पर लगाने के 20-30 मिनट बाद चेहरे को ताजा पानी से धो डालिए। पपीते के गुदे को दही में मिलाकर इसे शरीर पर भी लगाया जा सकता है।

केला

केले को पोषाहार तथा स्वास्थ्य लाभ के लिहाज से सबसे लोकप्रिय फल माना जाता है। केला पोटाशियम तथा विटामिन-सी का सबसे मूल्यवान स्रोत माना जाता है। केला त्वचा तथा बालों दोनों के सौंदर्य में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। केले में विद्यमान पोटाशियम तत्व बालों तथा त्वचा दोनों को मुलायम बनाते हैं।

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