कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिए ये निर्देश

केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया ने कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर आज राज्यों के साथ कोविड से निपटने के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की। डॉक्टर मांडविया ने नई दिल्ली से ऑनलाइन राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रधान सचिवों से बातचीत की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कोविड संक्रमण से बचाव और प्रबंधन के लिए केन्द्र राज्यों को पिछली बार की तरह सामूहिक भावना से काम जारी रखने की जरूरत है। केन्द्रीय मंत्री ने राज्यों को सतर्क रहने और कोविड प्रबंधन की सभी तैयारियां करने की सलाह दी।

अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का अनुरोध किया

उन्होंने सभी स्वास्थ्य मंत्रियों से इस महीने की दस और ग्यारह तारीख को सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने और जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने का अनुरोध किया। डॉक्टर मांडविया ने सभी राज्यों से इंफ्लुएंजा जैसी बीमारियों की निगरानी से उभरते प्रभावित केन्द्रों की पहचान करने और कोविड तथा इन्फ्लूएंजा के सभी नमूनों को जांच के लिए भेजने को कहा। उन्होंने सभी संक्रमित मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने को भी कहा।

पांच चरणीय रणनीति परीक्षण अपनाने की सलाह

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड के नए संस्करणों समेत सभी मामलों के लिए पांच चरणीय रणनीति परीक्षण, खोज, निदान, टीकाकरण और उचित मानकों का पालन अपनाया जाना चाहिए। राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से प्रति दस लाख आबादी पर सौ परीक्षण करने की मौजूदा दर को बढ़ाने का भी आग्रह किया गया। उन्हें आर टी पी सी आर परीक्षण बढ़ाने को भी कहा गया।

केन्द्र शासित प्रदेशों को बुजुर्ग तथा गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों समेत पूरी पात्र आबादी को कोविड टीका देने की सलाह दी

बैठक के दौरान राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को बताया गया कि देश में कोविड संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्हें यह भी बताया गया कि भारत में 90 प्रतिशत आबादी को पहला कोविड टीका लग चुका है, जबकि एहतियातन टीके की गति बहुत कम है। डॉक्टर मांडविया ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को बुजुर्ग तथा गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों समेत पूरी पात्र आबादी को कोविड टीका देने की सलाह दी।