चंपावत निवासी युवक का शव लाने गया छोटा भाई लापता, ‌चंपावत पुलिस मामले का पता लगाने तमिलनाडु रवाना

चंपावत: पाटी ब्लॉक के एक युवक की तमिलनाडु में संदिग्ध परिस्थितियों में 25 अक्तूबर की रात मौत हो गई। मृतक तमिलनाडु में करीब 10 साल से नौकरी कर रहा था। मृतक का शव लेने गया उसका छोटा भाई भी तमिलनाडु के निगलपट्टी जिले से पांच दिन से लापता है। उसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है। इसके चलते परिजनों को उसकी बहुत चिंता हो रही है। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने संज्ञान लेते हुए एक पुलिस टीम को तमिलनाडु को रवाना कर दिया है।

कागजातों में हस्ताक्षर करने के बाद भी नहीं दिया गया शव

बनौली रीठाखाल निवासी मृतक के बड़े भाई पानदेव शर्मा ने बताया कि उनका छोटा भाई प्रमोद शर्मा तमिलनाडु में एसआरएम अस्पताल व एसआरएफ यूनिवर्सिटी में खाना बनाने का काम करता था, जो 23 अक्टूबर से एसआरएम हॉस्पिटल में भर्ती था। 25 अक्टूबर को प्रमोद की महिला मित्र इशरत ने रक्त की जरूरत बताते हुए भाई को बुलाया तो पान देव ने छोटे भाई विपिन को तमिलनाडु भेज दिया। लेकिन रात में करीब दस बजे डाक्टरों ने प्रमोद को मृत घोषित कर दिया। अगले दिन विपिन ने अस्पताल से अपने भाई के साथ ही फोटो खींचकर बड़े भाई पानदेव को भेजी। 27 अक्टूबर को कागजातों में हस्ताक्षर करने के बाद भी प्रमोद का शव भाई को नहीं दिया गया। जिसके बाद से मृतक के छोटे भाई विपिन शर्मा का फोन स्विच ऑफ आ रहा है।

सोशल मीडिया के जरिए लगाई मदद की गुहार

पानदेव ने भाई प्रमोद की मृत्यु के कारणों का पता लगाने तथा लापता छोटे भाई विपिन का पता लगाने को लेकर 31 अक्तूबर को सोशल मीडिया के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, जागेश्वर के विधायक गोविंद कुंजवाल से मदद की गुहार लगाई। सोशल मीडिया के जरिये ही यह मामला पुलिस महानिदेशक, डीआईजी, एसपी तक पहुंचा। चंपावत के एसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि तमिलनाडु के पुलिस अधिकारियों से बात हुई है।
उनसे मिले सीसीटीवी फुटेज से मौत की वजह दुर्घटना बताई गई है। लापता विपिन का पता लगाने के लिए एसओजी के अधिकारी गोविंद बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम मृतक के बड़े भाई पानदेव शर्मा को साथ लेकर तमिलनाडु गई है। जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी‌।