थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकंद नरवणे ने कहा है कि पिछले वर्ष जनवरी से पूर्वी और उत्तरी सीमाओं पर सकरात्मक विकास हुआ है। नई दिल्ली में बुधवार को जनरल नरवणे ने कहा कि उत्तरी सीमा पर भारतीय सेना ने उच्च स्तर की तैयारी की है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना चीन की सेना के साथ वार्ता की प्रक्रिया में शामिल रही। जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि सेना ने सीमा पर मौजूदा स्थिति में एकतरफा बदलाव के चीन के प्रयास को करारा जवाब दिया है। सेना प्रमुख ने कहा कि उत्तरी सीमा पर ढांचागत विकास पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है।
पश्चिमी सीमा पर ठिकानों पर आतंकवादियों की मौजूदगी बढी है
जनरल नरवणे ने कहा कि पश्चिमी सीमा पर ठिकानों पर आतंकवादियों की मौजूदगी बढी है। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा के पास से बार-बार घुसपैठ के प्रयास किए जा रहे हैं।
नगालैंड में गोलीबारी की घटना पर सेना प्रमुख ने कहा कि इस बारे में जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 4 दिसम्बर को नगालैंड के ओटिंग में हुई गोलीबारी की घटना की विस्तृत जांच की जा रही है।
असम राइफल्स के जवानों की तैनाती बढ़ाने की योजना है
सेना प्रमुख ने ये भी कहा कि भारत की म्यामां सीमा पर असम राइफल्स के जवानों की तैनाती बढ़ाने की योजना है।