आज प्रमुख राष्ट्रवादी सम्पादक और स्वतंत्रता सेनानी श्री कोटमराजु रामाराव की 125वीं जयन्ती है। उनका जन्म नौ नवम्बर 1896 में चीराला, आन्ध्रप्रदेश में हुआ था। वरिष्ठ सम्पादक श्री कोटमराजु रामाराव ने लाला लाजपत राय के अखबार द पीपल और लाहौर तथा कराची सहित अविभाजित भारत के कई बडे शहरों में 25 से अधिक अखबारों में काम किया। वे लखनऊ से प्रकाशित दैनिक नेशनल हेरॉल्ड के सम्पादन के लिए भी याद किए जाते हैं, जिसकी स्थापना 1938 में जवाहर लाल नेहरू ने उस समय की थी जब कांग्रेस युनाइटेड प्रोविंस की असेम्बली में पहली बार सत्ता में आई थी।
ब्रिटिश सरकार की कडी आलोचना की थी
अगस्त 1942 में श्री रामाराव को, नेशनल हेरॉल्ड में लिखे उनके सम्पादकीय के कारण, छह महीने के लिए जेल भेज दिया गया था। उन्होंने लखनऊ की कैम्प जेल में कांग्रेस सत्याग्रहियों को यातनाएं दिए जाने के लिए ब्रिटिश सरकार की कडी आलोचना की थी। भगत सिंह के ऐतिहासिक लाहौर षडयंत्र मामले से सम्बद्ध शिव वर्मा और जयदेव कपूर जेल की कोठरी में उनके साथ थे। उन्होंने अपना 47वॉं जन्मदिन इन स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मनाया था।
श्री रामाराव 1952 में अविभाजित मद्रास राज्य से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए।
बापू के साथ भी किया काम
रामाराव ने सेवाग्राम आश्रम में बापू के साथ भी काम किया, जो उन्हें फाइटिंग एडिटर कहते थे। अटल बिहारी वाजपेयी ने रामाराव को भारतीय पत्रकारिता के द्रोणाचार्य की संज्ञा दी थी।