ब्रिटिश राज के विरुद्ध गदर षडयंत्र एवं आजाद हिन्द फौज के संगठन का कार्य करने वाले महान क्रांतिकारी रास बिहारी बोस जी की आज पुण्यतिथि है । आज़ाद हिंद फौज की नींव रखने में इनका ही हाथ था । भारत को आजादी दिलाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा । केवल भारत में ही नहीं अपितु विदेश में रहकर भी वह भारत को स्वतन्त्रता दिलाने के प्रयास में आजीवन लगे रहे।
रास बिहारी बोस वर्ष 1789 की फ्राँँसीसी क्रांति से खासा प्रभावित थे
25 मई, 1886 को बंगाल प्रांत के सुबलदाहा गाँव में जन्मे रास बिहारी बोस ने गदर आंदोलन का नेतृत्व करने से लेकर भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना तक स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। रास बिहारी बोस वर्ष 1789 की फ्राँँसीसी क्रांति से खासा प्रभावित थे। वर्ष 1905 में बंगाल विभाजन और उसके बाद की घटनाओं ने रास बिहारी बोस को क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल होने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने प्रख्यात क्रांतिकारी नेता जतिन बनर्जी के मार्गदर्शन में अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों का संचालन किया। गदर आंदोलन में उन्होंने महत्त्वपूर्ण भूमिका तो निभाई किंतु यह अल्पकालिक थी, क्योंकि जल्द ही ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ विद्रोह की उनकी योजना का खुलासा हो गया था, जिसने अंततः उन्हें जापान जाने के लिये मजबूर कर दिया, जहाँ उनकी क्रांतिकारी गतिविधियों का नया अध्याय उनकी प्रतीक्षा कर रहा था। वर्ष 1942 में जापान के टोक्यो में रासबिहारी बोस ने ‘आज़ाद हिंद फौज़’ की स्थापना की। ‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना का उद्देश्य द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेज़ोंं के खिलाफ लड़ना था। जापान ने ‘आज़ाद हिंद फौज़’ के गठन में सहयोग दिया था। बाद में ‘आज़ाद हिंद फौज़’ की कमान सुभाषचंद्र बोस के हाथों में सौंप दी गई। स्वतंत्रता संग्राम में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए जापान की सरकार ने उन्हें ‘सेकंड ऑर्डर ऑफ मेरिट ऑफ द राइजिंग सन’ से सम्मानित किया था।
श्रद्धांजली दी
रास बिहारी बोस का निधन 21 जनवरी 1945 में जापान में हुआ था । उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजली दी उन्होंने लिखा कि
“आजाद हिंद फौज” के प्रमुख रचनाकार, स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के प्रमुख सेनानायक, अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला देने वाले, महान क्रांतिकारी रासबिहारी बोस जी की पुण्यतिथि पर उनको शत-शत नमन वंदन। – लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें श्रद्धांजली दी और लिखा कि महान क्रांतिकारी रास बिहारी बोस ने अपना जीवन माँ भारती की स्वतंत्रता प्राप्ति के लक्ष्य को समर्पित किया। गदर आंदोलन और आजाद हिंद फौज की स्थापना में अहम भूमिका निभाते हुए उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत की जड़ों को हिला दिया। कृतज्ञ राष्ट्र रास बिहारी बोस की पुण्यतिथि पर नमन करता है।