स्वच्छ समुद्र तट के ब्लू बीच लिस्ट में दो और भारतीय समुद्र तट हुए शामिल



स्वच्छ भारत मिशन व पर्यटन की दृष्टि से यह भारत के लिए अच्छी खबर है, कि भारत के दो ओर समुद्र तट, थुंडी और कदमत प्रसिद्ध ‘ब्लू बीच’ लिस्ट में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही भारत में ब्लू फ्लैग प्रमाणन के तहत प्रमाणित समुद्र तटों की संख्या बारह हो गई है। केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को ट्विटर संदेश के माध्‍यम से जानकारी देते हुए कहा यह भारत के लिए गौरवशाली क्षण है।

‘ब्लू फ्लैग’ सर्टिफिकेशन क्या है

दुनिया भर में ‘ब्लू फ्लैग’ सर्टिफिकेशन फ्लैग फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) द्वारा दिया जाता है, जो एक गैर-लाभकारी वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्था है। इसके मानदंड में गुणवत्ता, सुरक्षा, पर्यावरण शिक्षा, सेवाओं का प्रावधान और सामान्य पर्यावरण प्रबंधन मानदंड शामिल है।

यह संस्था 33 मानदंडो के आधार पर ‘ब्लू फ्लैग’ सर्टिफिकेशन जारी करता है। प्रतिष्ठित ब्लू फ्लैग समुद्र तट, मरीना और स्थायी नौका विहार पर्यटन के लिए दुनियाभर के सबसे मान्यता प्राप्त स्पॉट है। इसकी शुरुआत वर्ष 1987 में की गयी थी। इसमें अभी तक 48 देशों के 5042 स्पॉट को जगह दी जा चुकी है।

पीएम ने दी बधाई

पीएम मोदी ने इन बीचों को ‘ब्लू फ्लैग’ टैग मिलने पर लक्षद्वीप के लोगों को बधाई दी है, उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि ‘यह बहुत अच्छा है, इस उपलब्धि के लिए विशेष रूप से लक्षद्वीप के लोगों को बधाई। भारत की तटरेखा उल्लेखनीय है और हमारे लोगों में तटीय स्वच्छता को आगे बढ़ाने के लिए जुनून भी है’। पीएम मोदी ने इससे पहले बीचों की स्वछ्चता की पहल भी की थी।

मिनिकॉय थुंडी बीच

मिनिकॉय थुंडी (Minicoy Thundi) बीच लक्षद्वीप द्वीपसमूह में सबसे प्राचीन और मनोरम समुद्र तटों में से एक है, जो सफेद रेत लैगून के नीले पानी से बना हुआ है। यह तैराकों और पर्यटकों के लिए एक फेमस टूरिस्ट प्लेस है।

कदमत बीच

कदमत (Kadmat beach) बीच विशेष रूप से क्रूज पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है जो पानी के खेलों के लिए फेमस है। यहाँ सफेद रेत, नीले लैगून के पानी पर्यटकों को आकर्षित करते है। यह बीच स्थानीय लोगों और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है।

‘ब्लू फ्लैग’ लिस्ट में शामिल भारतीय बीच

भारत के अब तक 12 बीच इस सूची में शामिल किये गए है

मिनिकॉय थुंडी बीच- लक्षद्वीप

कदमत बीच- लक्षद्वीप

शिवराजपुर बीच- गुजरात

कासरकोड बीच- कर्नाटक

पादुबिद्री बीच- कर्नाटक

घोघला बीच-दीव

कप्पड बीच -केरल

रुशिकोंडा बीच- आंध्र प्रदेश

राधानगर बीच- अंडमान और निकोबार

गोल्डन बीच- ओडिशा

कोवलम बीच- तमिलनाडु

ईडन बीच – पुडुचेरी

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

इस तरह के सर्टिफिकेशन से देश के इन बीचों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। साथ ही देश के अन्य बीच भी इस सूची से जुड़ने की होड़ में लग जाते है। इसके कई लाभ होते है जैसे, इको-फ्रेंडली बीच के निर्माण में मदद मिलती है और देश में क्लीन बीच को भी बढ़ावा मिलता है। ‘ब्लू फ्लैग’ बीच के स्थानीय लोगों को इसकी मदद से अधिक रोजगार भी मिलता है।आपको बता दें भारत सरकार ने भी 2018 में समुद्र तटों को साफ करने का अभियान शुरू किया है।