19 फरवरी तक प्रदेश में साफ रहेगा मौसम….उत्तराखंड टॉप टेन(15 फ़रवरी)

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◆ विधानसभा चुनाव के बाद अब ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखकर उनकी निगरानी की जा रही है। इसके लिए हर जगह सीसीटीवी की भी व्यवस्था की गई है। सीसी टीवी की निगरानी में ईवीएम को 3 लेयर सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखा गया है।

◆ राज्य के अधिकांश हिस्सों में आज मौसम साफ रहा। पिथौरागढ़ में एक बार्डर मार्ग यातायात के लिए बंद है, जिसे खोलने का कार्य जारी है। मौसम विभाग के अनुसार 19 फरवरी तक प्रदेश में मौसम साफ रहेगा।

◆ बागेश्वर जिले के बागेश्वर और कपकोट विधानसभा सीटों पर मतदान के बाद पोलिंग पार्टियों का लौटने का सिलसिला जारी है। जिले की दोनों सीटों पर कुल 61 दशमलव 50 प्रतिशत मतदान हुआ। बागेश्वर में 60 दशमलव 58 और कपकोट में 62 दशमलव 35 प्रतिशत मतदान हुआ।

◆ चम्पावत में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। जिले में कुल 61 दशमलव 83 प्रतिशत मतदान हुआ। एक लाख 25 हजार 575 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। विधानसभा लोहाघाट में 62 हजार 226 लोगों ने जबकि विधानसभा चम्पावत में 63 हजार 348 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

◆ उत्तराखंड विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया कि भाजपा प्रदेश में प्रचंड बहुमत की सरकार बना रही है। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं, अबकी बार भाजपा 60 से अधिक सीटें जीतेगी।

◆ वही हरीश रावत ने कहा कि हमें विश्वास है कि आपका मत उत्तराखंड में लोकतंत्र को मजबूत करेगा। राज्य की संसदीय परंपराओं को शक्ति देगा।

◆ मंगलवार को 520 मेगावाट वाली एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के टनल से एक और शव बरामद हुआ है। शव की पहचान भी हो गई है। सात फरवरी को ऋषि गंगा की आपदा में 206 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें से 88 के शव बरामद किए जा चुके थे।

◆ मंगलवार सुबह पौड़ी में कार खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस कार में चुनाव ड्यूटी कर लौट रहे तीन अन्य लोग भी घायल हैं।

◆ लक्सर सीट से भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें गद्दार बताकर पार्टी से उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की है।

◆ मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि रविवार शाम से सोमवार दोपहर बाद तक प्रदेश में आचार संहिता उल्लंघन के कुल 203 मुकदमें दर्ज किए गए। इसमें मतदाताओं को प्रलोभन देने, अवैध रूप से चुनाव सामग्री का इस्तेमाल करने, वाहनों का अवैध रूप से चुनावी कार्यों के इस्तेमाल, कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन के मुकदमें शामिल हैं।