अनूठी पहल, महिलाओं को रोजमर्रा की जिंदगी से राहत देने के लिए “खुशी का एक दिन” कार्यक्रम की शुरुआत

कुमाऊं से जुड़ी खबर सामने आई है। महिलाओं को रोजमर्रा की जिंदगी से राहत देने के लिए मेटोरस ट्रस्ट द्वारा ‘खुशी का एक दिन’ कार्यक्रम का आयोजन होने वाला है।

कुमाऊं में 25 स्थानों पर 200 गांवों को किया जाएगा कवर

स्थानीय महिलाओं को सामान्य कठिन परिश्रम से एक दिन की राहत देने के विचार के साथ ‘उद्यम’ कुमाऊं की पहाड़ियों में उद्यमिता को पैदा करने और विकसित करने की एक अनूठी पहल है और मेटोरस ट्रस्ट ‘खुशी का एक दिन’ की पेशकश करने के लिए एक साथ आए हैं। अक्टूबर 2023 और फरवरी 2024 के बीच कुमाऊं में 25 स्थानों पर 200 गांवों को कवर किया जाएगा। बताया गया है कि कॉर्बेट के क्यारी गांव से लेकर पिंडारी ग्लेशियर के खाती गांव तक यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को रोजाना के हाड़तोड़ कार्यों से राहत दिलाना है। साथ ही उद्यमिता से संबंधित कार्यक्रम भी होंगे जो महिलाओं को अपना खुद का कारोबार करने का अवसर प्रदान करेंगे।

यहां होंगे कार्यक्रम

इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आयोजकों ने बताया कि 5 महीनों में 25 कार्यक्रमों के जरिए 7500 से अधिक महिलाओं को इस कार्यक्रम का लाभ पहुंचाया जायेगा। उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर को रामनगर के क्यारी गांव, कॉर्बेट, जिला नैनीताल से कार्यक्रम की शुरूआत होगी। तत्पश्चात 14 अक्टूबर को ग्राम सुयालगढ़, 21 अक्टूबर को भीमताल, 28 अक्टूबर को खेरना ग्राम सीम, 2 नवंबर को अल्मोड़ा सरकार की आली, 5 नवंबर को कपकोट, 7 नवंबर को कपकोट के कर्मी गांव, 24 नवंबर को सुंखिया मुक्तेश्वर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।