उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के एक ऐसे गांव की हम बात कर रहे हैं, जहां सराहनीय पहल की शुरुआत की गई है। यहां किसी भी मांगलिक कार्यक्रमों में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
लिया गया यह निर्णय
हम बात कर रहे हैं उत्तरकाशी जनपद के प्रखंड डुंडा के ग्राम पंचायत नवागांव की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां पंचायत ने गांव में किसी भी मांगलिक कार्यक्रमों में शराब परोसने पर संबंधित व्यक्ति पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया है। डुंडा के ग्राम पंचायत नवागांव की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान लक्ष्मी रमोला की पहल पर यह निर्णय लिया गया है। ग्राम पंचायत की पहली बैठक में गांव में मदिरापान पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। सर्वोच्च सम्मति से निर्णय लिया गया कि गांव में मदिरा पान को पूर्णतया प्रतिबंधित किया जाएगा। मांगलिक कार्यक्रमों में शराब परोसने पर संबंधित व्यक्ति को 50,000 रुपये जुर्माना देना होगा।
लगाया जाएगा जुर्माना
ग्राम पंचायत की बैठक में फैसला लिया है कि यदि शादी-ब्याह, मुंडन संस्कार और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में गांव का कोई भी व्यक्ति शराब या अन्य मादक पदार्थों को परोसते हुए पाया गया तो उसे पर 50,000 रुपये का अर्थदंड लगाया जाएगा। साथ हीअर्थदंड के रूप में लिए जाने वाली धनराशि का प्रयोग गांव के विकास कार्य पर खर्च किया जाएगा।