उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है।उत्तराखंड में आपदा से हुए नुकसान को लेकर आज केंद्र से एक जांच दल उत्तराखंड का दौरा करेगा। केंद्रीय जांच दल मानसून सीजन में उत्तराखंड में हुए नुकसान का आकलन करेगा। केंद्रीय जांच दल के बारे में आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने जानकारी दी।
आपदा की वजह से इस 38 लोगों की हो चुकी है मृत्यु
बता दें इस साल मानसून सीजन में उत्तराखंड में जमकर आसमान से आफत बरसी है। उत्तराखंड के मानसून सीजन के चलते अब तक भारी जानमाल का नुकसान हो चुका है। आपदा प्रबंधन के आंकड़ों पर अगर नजर दौड़ायें तो अब तक इस साल मानसून सीजन के दौरान प्राकृतिक आपदाओं की वजह से प्रदेश भर में 38 मौत हो चुकी है। 20 लोग अब तक लापता है। नुकसान की अगर बात करें तो सैकड़ों घर और हजारों मवेशी अब तक इस साल आपदा की भेंट चढ़ चुके हैं।
लोनिवि के अनुसार 375 करोड़ की सड़कों को प्राकृतिक आपदाओं से हो चुका है नुकसान
केवल यही नहीं प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के चलते तकरीबन 2000 हेक्टेयर कृषि भूमि का नुकसान हुआ है। जिस पर ढाई करोड़ से ज्यादा के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक इस साल 375 करोड़ की सड़कें प्राकृतिक आपदाओं में स्वाहा हो चुकी है। उत्तराखंड में इस मानसून सीजन के दौरान हुए इस भारी नुकसान को देखते हुए केंद्र भी लगातार गंभीर है। आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया आज केंद्र का एक डेलिगेशन उत्तराखंड दौरे पर आ रहा है। ये दल प्रदेश भर में आपदा सीजन के चलते हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण करेगा। जिसके बाद आर्थिक पैकेज पर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
आपदा से हुए नुकसान की की जा चुकी है समीक्षा
आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया प्रदेश स्तर पर प्राकृतिक आपदाओं के चलते हरिद्वार और अन्य जिलों में हुए नुकसान की समीक्षा की जा चुकी है। केंद्र सरकार की टीम आज प्रदेश में हुए नुकसान का निरीक्षण करेगी। जिसके बाद रणनीति बनाई जाएगी।