उत्तराखंड: सीएम धामी ने पीएम मोदी से की मुलाकात, सौंग बांध के निर्माण सहित प्रदेश की विभिन्न विकास योजनाओं के साथ सड़कों एवं परिवहन के संबंध में की चर्चा

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान पीएम और सीएम के बीच करीब तीन घंटे से अधिक समय तक कई मुद्दों पर वार्ता हुई। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेंट के दौरान उत्तराखंड के विकास में उनके मार्गदर्शन और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी से उत्तराखंड में दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेश सम्मेलन में प्रतिभाग के लिए अनुरोध किया तथा उन्हें मानसून एवं आपदा की स्थिति से अवगत कराया। इसके अलावा । इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को स्थानीय भांग के रेशे की शॉल बेडू के उत्पाद और नंदादेवी राजजात की परम्परागत वाद्ययंत्रो ढोल, दमाऊं, रंणसिंघा युक्त प्रतिकृति भी भेंट की।

सीआरआईएफ से 250 करोड़ रुपये के कार्यों की मिली सहमति

सीएम धामी ने प्रधानमंत्री को राज्य में सड़कों एवं पुलों के निर्माण एवं मरम्मत के लिए 2000 करोड़ की स्वीकृति और राज्य में पर्यटकों के आवागमन के दृष्टिगत 6 राजमार्गों को राष्ट्रीय राज्य मार्ग के रूप में अधिसूचित किये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि सीआरआईएफ से 250 करोड़ रुपये के कार्यों की सहमति सड़क परिवहन मंत्रालय की ओर से दी गई है।

सौंग बांध के निर्माण की स्वीकृति का किया अनुरोध

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से सौंग बांध के निर्माण की स्वीकृति का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि देहरादून शहर की 2050 तक की पेयजल समस्या का समाधान होगा। प्रधानमंत्री ने सौंग बांध के लिए आवश्यक धनराशि स्वीकृत करने के लिए आश्वस्त किया।

मेट्रो नियोजन परियोजना प्रस्ताव पर अनुमोदन प्रदान के लिए पीएम से किया अनुरोध

मुख्यमंत्री ने देहरादून में सड़कों पर परिवहन के दबाव को कम करने के लिए देहरादून मेट्रो नियोजन परियोजना प्रस्ताव पर अनुमोदन प्रदान के लिए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया। इस योजना के लिए दो कॉरिडोर्स (कुल लम्बाई 22.424 किमी) की कुल लागत 1852.74 करोड़ के प्रस्ताव पर केन्द्र से अनुमोदन के लिए आवासन व शहरी विकास कार्य मंत्रालय को प्रेषित किया गया है।

अवशेष कार्यों की स्वीकृति दिलाने के लिए पीएम से की मांग

मुख्यमंत्री ने ऑलवेदर रोड चारधाम सड़क परियोजना के लिया आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 2023 के लिए केन्द्रीय सड़क अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) के कार्यों के लिए प्रदेश के जनप्रतिनिधियों से प्राप्त कुल 155 कार्यों के 2550.15 करोड़ के प्रस्तावों पर 250.00 करोड़ के कार्यों में सहमति मिल गई है। अवशेष कार्यों की स्वीकृति दिलाने के लिए प्रधानमंत्री मांग की। मुख्यमंत्री ने 189 किमी के काठगोदाम-भीमताल ध्यानाचुली-मोरनोला-खेतीखान लोहाघाट-पंचेश्वर मोटर मार्ग को पर्यटन/सैन्य आवागमन के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में अधिसूचित करने की मांग की।

दो लेन मार्ग का निर्माण चारधाम परियोजना के अन्तर्गत है निर्मित

मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर टनकपुर से पिथौरागढ़ तक दो लेन मार्ग का निर्माण चारधाम परियोजना के अन्तर्गत निर्मित है। पिथौरागढ़ से लिपुलेख तक की सीमा मार्ग को बीआरओ की ओर से विकसित कर दिया गया है। पिथौरागढ़-लिपुलेख मार्ग में स्थित गुंजी गांव से जौलिंगकांग तक के भाग को भी निर्मित कर लिया गया है। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग, जोशीमठ, लप्थल-बारहहोटी तक 02-लेन राष्ट्रीय राजमार्ग का काम भी लगभग पूर्ण हो चुका है। भारत-चीन सीमा में वर्तमान में कोई ऐसा मार्ग नहीं है, जो जनपद पिथौरागढ़ के जौलिंगकांग आईटीबीपी पोस्ट को जनपद चमोली के लप्थल से आईटीबीपी पोस्ट को सीधे संयोजित करता है। सामरिक रूप से अतिमहत्वपूर्ण टनल मार्गों के निर्माण से उक्त दोनों सीमा पोस्ट की दूरी 404 किमी कम होने के साथ-साथ पर्यटन व सीमा प्रबंधन की दृष्टि से भी उपयोगी होंगे।

भूमि अधिग्रहण, वनभूमि हस्तांतरण आदि की कार्यवाही राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनों से की जा रही

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड में स्थित पौराणिक मंदिरों में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को दृष्टिगत रखते हुये प्रथम चरण में 16 मंदिरों के समग्र विकास का कार्य किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में पूर्व से निर्मित 1 लेन सड़क मार्गों को 02 लेन में परिवर्तित किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। भूमि अधिग्रहण, वनभूमि हस्तांतरण आदि की कार्यवाही राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनों से की जा रही है। प्रथम चरण में निर्माण कार्य के लिए लगभग 1000 करोड़ की आवश्यकता होगी। उक्त धनराशि को संबंधित मंत्रालय से राज्य सरकार को उपलब्ध कराने की मांग की।