उत्तराखंड: अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग लेकर कांग्रेस का मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। अंकिता भंडारी हत्याकांड तथा अन्य मुद्दों को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया।vइसमें 300 महिला कार्यकर्ता समेत 500 कांग्रेसी कार्यकर्ता जुलूस के रुप में सड़क पर उतरे लेकिन भारी पुलिस बल ने उन्हें पहले ही रोक लिया।

महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और प्रदेश महासचिव शिवानी मिश्रा थपलियाल ने सिर मुंडवाकर जताया विरोध

राजधानी देहरादून में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता, प्रदेश मुख्यालय पर एकत्र हुए । जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत और कांग्रेस महिला मोर्चा अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में सीएम आवास के लिए कूच किया। जहाँ,महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और प्रदेश महासचिव शिवानी मिश्रा थपलियाल ने अपना सिर मुंडवाकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जताया।

पुलिस ने हिरासत में लिए प्रदर्शनकारी

प्रदर्शनकारियों को रोकने के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई। जिसमें महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव शांति रावत और एक अन्य कार्यकर्ता को हल्की चोटें आई,इससे आहत कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी करने लगे, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और प्रदेश महासचिव शिवानी मिश्रा थपलियाल ने भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए मौके पर ही अपना सिर मुंडवाया और अंकिता को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान ज्योति ने कहा कि सरकार अंकिता भंडारी के हत्यारों को बचाना चाहती है।प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और पुलिस लाइन भेज दिया।

क्या था अंकिता भंडारी हत्याकांड जानें पूरा मामला

पौड़ी के श्रीकोट (डोभ) की 19 वर्षीय अंकिता भंडारी यमकेश्वर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी।18 सितंबर को अंकिता अचानक गायब हो गई,अंकिता के पिता द्वारा19 सितंबर को पौड़ी राजस्व पुलिस को अंकिता के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। जांच के दौरान रिजॉर्ट के कर्मचारियों और मालिक पुलकित आर्य से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने संदेह पर पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को हिरासत में लिया, पूछताछ में पुलकित ने बताया कि तीनों ने मिलकर अंकिता को चीला बैराज नहर में फेंक दिया है। इसके बाद अंकिता का शव 24 सितंबर को नहर से बरामद हुआ था। पुलिस की जांच में सामने आया है कि पुलकित, अंकिता पर जबरन अनैतिक काम करने का दबाव बना रहा था, जिसका अंकिता विरोध कर रही थी।