उत्तराखंड: यहां खुला देश का पहला घरेलू मशरूम उत्पादन केन्द्र, केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां कोटद्वार के भारत नाम देव कण्वाश्रम में देश का पहला घरेलू मशरूम उत्पादन केन्द्र खोला गया है। इस उत्पादन केन्द्र में 4000 महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है, जिससे वह आत्मनिर्भर बन सकें। केन्द्र का शुभारंभ मशरूम गर्ल दिव्या रावत और केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने किया।

इस मशरूम सेंटर में गैनोडर्मा नामक मशरूम किया जाएगा तैयार

भारत नाम देव कण्वाश्रम कोटद्वार में मशरूम गर्ल और उत्तराखंड मशरूम ब्रांड एंबेसडर दिव्या रावत और केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने 30 करोड़ की लागत से देश की पहली घरेलू मशरूम उत्पादन परियोजना का शुभारंभ किया है। इस मशरूम सेंटर में गैनोडर्मा नामक मशरूम तैयार किया जाएगा। अभी तक ये मशरूम विदेशों से भारत में आता था, लेकिन अब इस मशरूम की खेती भारत में ही होगी।

मशरूम उत्पादन के लिए भारी संख्या में लोगों को जोड़ा जाएगा

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम और सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब है। जिससे यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखंड में 1 लाख 30 हजार उधमी हैं। अगले वर्ष तक उत्तराखंड में उधमियों की संख्या बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मशरूम उत्पादन घरेलू परियोजना के तहत घर-घर में मशरूम उत्पादन के लिए लोगों को जोड़ा जाएगा। जिससे वह मशरूम का उत्पादन कर विभिन्न तरह के प्रोडेक्ट तैयार करेंगे और अच्छी कीमत पर अपने उत्पादों को बेंचेंगे।

इच्छुक बेरोजगार युवाओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि मशरूम की खेती करने के लिए इच्छुक बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिससे वह अच्छे से मशरूम की खेती कर सकें। मशरूम उत्पादन से सब्जी के साथ-साथ अन्य औषधि प्रोडक्ट भी बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि गोवा मशरूम उत्पादन में पहले स्थान पर है, लेकिन उत्तराखंड के घर-घर में मशरूम उत्पादन कर देश में देवभूमि को प्रथम स्थान पर लाना है।

4 हजार महिलाओं को दिया जा रहा है रोजगार

मशरूम गर्ल दिव्या रावत ने बताया कि उत्तराखंड में सबसे पहले कोटद्वार में मशरूम उत्पादन केंद्र का शुभारंभ किया जा रहा है‌। मशरूम केन्द्र में विभिन्न प्रकार के मशरूम का उत्पादन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र में 4 हजार महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है। जिससे वह मशरूम उत्पादन कर अपनी आर्थिकी मजबूत कर सकेंगी। मशरूम का उत्पादन कर विभिन्न तरह के प्रोडक्ट तैयार किए जाएंगे, जिन्हें अच्छे दाम पर उत्तराखंड और अन्य राज्यों में भी भेजा जाएगा।

प्रतिदिन 30 लाख का मशरूम का किया जाएगा उत्पादन

वहीं महिला उद्यमी रीमा चौहान ने बताया कि कोटद्वार मशरूम केन्द्र देश का पहला मशरूम केन्द्र है। जिसमें गैनोडर्मा नामक मशरूम तैयार किया जा रहा है। भारत में अभी तक गैनोडर्मा नामक मशरूम विदेशों से लाया ताजा है। उन्होंने बताया कि कोटद्वार में प्रतिदिन 30 लाख का मशरूम उत्पादन किया जाएगा।