उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। हिंदू धर्म में गाय का काफी महत्व माना जाता है। जिस पर गोमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने व गोहत्या मुक्त भारत बनाने के लिए संपूर्ण भारत में गो प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है।
उत्तराखंड पंहुची यात्रा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी क्रम में गोध्वज स्थापना भारत यात्रा 25 अक्टूबर को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पंहुची। यह धार्मिक आस्था के लिए संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से केंद्रीय सूची में प्रतिष्ठित कर गोमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने के किया जा रहा है। जिस पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद और गोपाल मणि 25 अक्टूबर को गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के साथ देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून आए।
गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा
इस मौके पर दून के रिस्पना पुल स्थित मीनाक्षी गॉर्डन में शुक्रवार को गो प्रतिष्ठा आंदोलन के तहत गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा लेकर दून पहुंचे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि वह हिन्दू नहीं है जो गाय को माता नहीं मानता। भारत में गाय को राष्ट्रमाता का सम्मान नहीं मिलेगा तो फिर कहां मिलेगा। उन्होंने गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए धर्म सभा में गोभक्तों को संकल्प दिलाया कि वे गोमाता को राष्ट्रमाता बनाने की मुहिम को निर्णायक बिंदु तक लेकर जाएंगे। गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा का समापन शनिवार को नई दिल्ली में होगा।