उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। यहाँ 24 फरवरी को पुलिस ने न्यूज पोर्टल ‘जनज्वार’ के लिए काम करने वाले पत्रकार किशोर राम को गिरफ्तार किया था। किशोर राम पर जातियों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। जिस पर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने 3 मार्च गुरूवार को न्यूज पोर्टल ‘जनज्वार’ के लिए काम करने वाले पत्रकार किशोर राम की रिहाई की मांग की है।
प्रेस नोट जारी-
जिसमें एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा, “एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, न्यूज पोर्टल जनज्वार के पत्रकार किशोर राम की 24 फरवरी 2022 को पिथौरागढ़ से उत्तराखंड पुलिस द्वारा गिरफ्तारी से बहुत चिंतित है।” जिसमें यह भी कहा गया है कि सामाजिक वैमनस्य को बढ़ावा देने के आरोप में राम को भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए के तहत गिरफ्तार किया गया है। यह बेहद चिंताजनक है क्योंकि किशोर राम कुछ समय से हाशिए के वर्गों और निचली जातियों से संबंधित मुद्दों पर रिपोर्टिंग कर रहे हैं। हाल ही में उनके खिलाफ दो अलग-अलग घटनाओं की रिपोर्टिंग के लिए एक एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें से एक एफआईआर 13 फरवरी को एक दलित युवक की मौत से संबंधित है और दूसरी 18 फरवरी को दो दलित नाबालिग महिलाओं के बलात्कार पर रिपोर्टिंग के संबंध में हैं।