उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। आज धनतेरस से दीवाली का पर्व शुरू हो गया है। ऐसे में उत्तराखंड में पक्षी उल्लू की पहरेदारी भी बढ़ गई है।
बढ़ाई गश्त
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कॉर्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन हाई अलर्ट पर है। वहीं, नंदा देवी बायोस्फीयर में भी सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी कर दिया है। साथ ही कई क्षेत्रों में विशेष गश्त भी करवाई जा रही है, तो वहीं बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी भी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही वन विभाग ने लोगों से तंत्र-मंत्र के चक्कर में नहीं पड़ने की अपील की है।
अंधविश्वास के चलते करते हैं उल्लू का शिकार
रिपोर्ट्स के मुताबिक धार्मिक मान्यता के अनुसार पक्षी उल्लू लक्ष्मी जी का वाहन माना जाता है। साथ ही इसको शुभता और धन का प्रतिक भी माना जाता है। वहीं कुछ अंधविश्वास से जुड़ी बातें भी है । जो उल्लू से जुड़ी हुई है। इसी वजह से दीवाली पर्व आते ही उल्लुओं के शिकार की आशंका भी बढ़ जाती है। दिवाली पर तांत्रिक काला जादू करने के लिए उल्लू के अंग का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में उल्लू की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ी है।