उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। दुनियाभर में अपना कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस का खतरा भले ही कम हो गया हो। लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।
कोरोना संक्रमण का बढ़ता खतरा-
उत्तराखंड में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसकी रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का पालन जरूरी है।
📌जिसके तहत अब सभी जिलों को संक्रमित मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने के लिए कहा गया है।वहीं जिलाधिकारियों को आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
📌फ्लू और सांस की शिकायत वालों के टेस्ट किए जाने की सलाह भी दी गई है।
📌भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण कवरेज को बढ़ाया जाये। पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण के लिए आम जनता को नियमित रूप से प्रेरित करने हेतु जागरूकता की जाये।
📌आम जनमानस में कोविड-19 से बचाव हेतु सार्वजनिक रूप जगहों पर सामाजिक दूरी का पालन, मास्क पहनना और हाथों को सेनिटाइज करने की जागरुकता बढ़ाई जाए।
📌आईसीयू बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
आक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए।
📌कोरोना के हल्के लक्षण वाले रोगियों को होम आइसोलेशन में रखकर निगरानी की जाए। निरन्तर उनके स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जाये। ऐसे रोगियों में किसी भी प्रकार के गम्भीर लक्षण होने पर शीघ्र ही उन्हें सम्बन्धित चिकित्सालय में एडमिट किया जाये।
📌कोविड- 19 जॉच हेतु ICMR. भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जाये। जनपद स्तर पर कोविड-19 सैंपल जांच की दर को बढ़ाया जाये एवं जांच हेतु लिए गए कुल सैंपल में से अधिकतम सैंपल RT-PCR जांच हेतु प्रेषित किये जाएं।किसी जगह ज्यादा लोगों में बुखार फैल रहा तो उनकी तुरंत कोरोना जांच की जाए।