09 नवंबर: आज है उत्तराखंड का स्थापना दिवस, जानें इसका इतिहास व महत्व

आज 09 नवंबर 2024 है। आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है। भारत के पर्वतीय राज्य उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को भारत के 27वें राज्य के तौर पर किया गया था और प्रतिवर्ष इसी तिथि को उत्तराखंड स्थापना दिवस मनाया जाता है।

उत्तराखंड स्थापना दिवस

आज उत्तराखंड स्थापना दिवस है। इसका गठन उत्तर प्रदेश की तत्कालीन सरकार द्वारा उत्तराखंड क्रांति दल के लंबे संघर्ष के बाद किया गया था, जिसने पहाड़ी क्षेत्रों में लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया और अलग राज्य की मांग की थी‌। 9 नवंबर, 2000 को उत्तराखंड के उत्तरांचल के रूप में गठित होने से पहले कई वर्षों तक संघर्ष चला था‌। बाद में, 1 जनवरी, 2007 को इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया। यह एक पहाड़ी राज्य है जो हिमालय पर्वत श्रेणी की तलहटी में बसा हुआ है। उत्तराखंड प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है जिसमें ग्लेशियर, नदियाँ, घने जंगल और बर्फ से ढकी पर्वत चोटियाँ शामिल हैं। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री के चार सबसे पवित्र और श्रद्धेय हिंदू मंदिर जिन्हें चार-धाम के नाम से भी जाना जाता है, उत्तराखंड में स्थित हैं और इसलिए इस राज्य को ‘देवताओं की भूमि’ के रूप में जाना जाता है। राज्य की राजधानी देहरादून है और उच्च न्यायालय नैनीताल में स्थित है।

उत्तरांचल से उत्तराखंड नाम परिवर्तन

उत्तराखण्ड 9 नवम्बर 2000 को एक अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। इससे पहले यह उत्तर प्रदेश राज्य का एक हिस्सा हुआ करता था. उत्तराखण्ड को अलग राज्य बनाने की मांग 25 अगस्त 2000 को उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 के पारित होने के साथ पूरी हुई थी। जब इस राज्य का गठन हुआ था तो उस समय इसका नाम उत्तरांचल रखा गया। लेकिन 21 दिसम्बर, 2006 को इसका नाम उत्तरांचल (नाम परिवर्तन) अधिनियम, 2006 को पारित करके उत्तराखंड रख दिया गया। राज्य का यह नया नाम 1 जनवरी, 2007 से भारत सरकार की अधिसूचना दिनांक 29 दिसम्बर, 2006 के अनुसार प्रभावी हो गया।

उत्तराखंड स्थापना दिवस का महत्व

एक लंबे समय तक उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा किये संघर्ष के बाद 9 नवंबर 2000 को, उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने क्षेत्र के लोगों को बेहतर अवसर, बेहतर सरकार और सुविधाएं देने तथा बेहतर तरीके से संसाधन प्रदान करने के लिए उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया ताकि राज्य में रह रहे निवासियों को एक बेहतर जीवन और सुविधाएं दी जा सकें। उत्तराखंड स्थापना दिवस प्रतिवर्ष बड़े ही गर्व और उत्साह के साथ मनाया जाता है। उत्तराखंड स्थापना दिवस हमें उन सभी महान व्यक्तित्वों की याद दिलाता है जिन्होंने इसे एक पृथक राज्य बनाने के लिए संघर्ष किया और इसमें अपना बहुमूल्य योगदान दिया।

देवभूमि का स्वरूप है उत्तराखंड

उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। देवभूमि यानी देवताओं की भूमि, उत्तराखंड में स्थित पंचबद्री, पंचकेदार, पंचप्रयाग इस राज्य की भूमि को देवतुल्य बनाते हैं। यह राज्य मंदिरों और आस्थाओं से परिपूर्ण है‌। राज्य के सभी कोनों में अनेकों मंदिर हैं इसके अलावा राज्य में कई सारे ऐसे नदी संगम हैं जिनका अपना एक धार्मिक महत्व है। इन्हें ही प्रयाग कहा जाता है। राज्य में पाँच प्रयाग है जो पंचप्रयाग दुनियाभर में लोगों की आस्था का केन्द्र हैं। उत्तराखंड के कण-कण में ईश्वर विराजमान हैं और यहाँ के वातावरण में सदैव आस्था व्याप्त रहती है। हमारे पौराणिक ग्रंथों और धार्मिक इतिहास में भी यह उल्लेख किया गया है कि यह देवताओं की भूमि है।