उत्तराखंड: चमोली घटना: पुलिस ने कंपनी के परियोजना प्रबंधक को नोएडा से किया गिरफ्तार, इससे पहले तीन लोगों की हुई है गिरफ्तारी

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के चमोली में करंट से 16 लोगों की हो गई। वहीं 11 लोग घायल हो गए। इस मामले में बड़ी खबर सामने आई है। चमोली एसटीपी हादसे में संचालक कंपनी के परियोजना प्रबंधक को चार दिन के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

नोएडा से किया गिरफ्तार

मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि वह पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था। इस कड़ी में पुलिस ने उसे सोमवार को नोएडा से गिरफ्तार किया। यहां पहले से मुस्तैद एसओजी ने उसे दबोचा।

पुलिस की कार्यवाही

चमोली हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे की प्रारंभिक जांच में प्लांट का संयुक्त रूप से संचालन कर रही कंपनी जयभूषण मलिक कांट्रेक्टर (पटियाला) व कांफिडेंट इंजीनियरिंग इंडिया प्रा. लि. (कोयंबटूर) की घोर लापरवाही सामने आई। इसके चलते प्लांट सुपरवाइजर पवन चमोला और संचालक कंपनी के जिम्मेदार पदाधिकारियों पर गैर इरादन हत्या व विद्युत उपकरणों के संचालन में लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। इस संबंध में सुपरवाइजर ने बताया कि उसने हादसे वाले दिन ही कंपनी के परियोजना प्रबंधक भास्कर महाजन निवासी 1202 विक्ट्री क्रास रोड सेक्टर 143बी, गौतम बुद्ध नगर, ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) को घटनास्थल और फुंके उपकरण का फोटो भेजकर कर्मचारी की मौत से अवगत करा दिया था। लेकिन, प्रकरण को रफा-दफा करने की नीयत से महाजन ने उसे अपने स्तर पर निपटाने की बात कही। साथ ही सुपरवाइजर को हिदायत दी कि कंपनी पर किसी प्रकार की आंच न आने पाए। इसके बाद से पुलिस की तीन टीमें और एसओजी भास्कर की तलाश में दिल्ली, नोएडा, पंजाब और हरियाणा में दबिश दे रही थीं।

पहले तीन लोगों की गिरफ्तारी

इससे पहले जल संस्थान का निलंबित सहायक अभियंता, ऊर्जा निगम का लाइनमैन और प्लांट सुपरवाइजर जेल भेजे जा चुके हैं।