उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के देहरादून में जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के 29 खतों के गांवों में पांच दिवसीय बूढ़ी दीपावली हर्षोल्लास से मनाई जा रही है।
मनाया जश्न
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मौके पर पर्व के दूसरे दिन शुक्रवार को देवदार और भीमल की लकड़ी से तैयार की गई होले (मशालें) जलाई गई और बड़ी होलियात का जश्न मनाया गया। जिस पर कई गांवों के लोग औंसा रात को ढोल बाजे के साथ होलियात लेकर शिरगुल महाराज के मंदिर में एकत्र हुए। लोक मान्यता के अनुसार शिरगुल महाराज के यहां बूढ़ी दीपावली मनाने की परंपरा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपावली के एक माह बाद मनाई जाने वाली बूढ़ी दीपावली के दूसरे दिन बड़ी होलियात मनाने की परंपरा है।
धूमधाम से मनाया पर्व
इस मौके पर चकराता तहसील के खत उपलगांव, खत शैली, खत बमठाड़, खत द्वार, खत बिशलाड, और खत अटगांव सहित 29 खतों के सैकड़ों गांवों में शुक्रवार को यह पर्व धूमधाम से मनाया गया। वहीं शाम को बिरुड़ी पर्व का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी।