उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के किच्छा में पुलिस बाहरी व्यक्तियों व मदरसों का सत्यापन कर रही है। जिस पर पुलभट्टा पुलिस को सिरौली में अवैध रुप से संचालित मदरसा मिला।
जानें पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस के मुताबिक बीते रविवार पुलभट्टा पुलिस बाहरी संदिग्धों व मदरसों के सत्यापान कर रही थी। इस दौरान पुलिस वार्ड 18 सिरोली कलां स्थित जामिया नगमा खातमा की जांच के लिए पहुंची। वहां मौजूद महिला खातून बेगम पत्नी इरशाद निवासी हरेरपुर हसन थाना जहांनाबाद जिला पीलीभीत मदरसे से संबधित वैध कागजात नहीं दिखा पाई। पुलिस की पूछताछ में खातून बेगम ने बताया कि वह और उसका पति इरशाद पिछले तीन- चार साल से मदरसा संचालित कर रहे है। पुलिस ने मदरसे के अंदर 22 बच्चियों व 2 बच्चों को अंधेरे कमरे में सहमा हुआ बंद पाया। जिनकी आयु पांच वर्ष से 17 वर्ष के बीच थी।
परिजनों के सुपुर्द की बच्चियां
कांउसलिंग के दौरान बच्चों ने मदरसा संचालक पर शोषण का आरोप लगाया। पुलिस ने मदरसा संचालक दंपति के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया है।पुलभट्टा पुलिस ने बच्चों को उनके मां बाप के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस ने मदरसा संचालक दंपति के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आरोपी इरशाद अभी फरार है।