उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए 11 भाषाओं में जारी हुई एसओपी, इन बातों का रखें खास ध्यान

उत्तराखंड में स्थित विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अगले माह से शुरू होने वाली है। यात्रा के पंजीकरण जारी है। यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी बीच चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 11 भाषाओं में एसओपी जारी कर दी है।

10 मई से चारधाम यात्रा का आगाज

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विभाग ने हिंदी, अंग्रेजी के अलावा नौ स्थानीय भाषाओं में एसओपी तैयार की हो। जिसमें हिंदी, अंग्रेजी के साथ गुजराती, मराठी, तेलगू समेत नौ स्थानीय भाषाओं में मानक प्रचलन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर बाहरी राज्यों को भेज दी है। जिससे दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं अपनी भाषाओं में स्वास्थ्य संबंधित दिशा-निदर्शों का पालन कर सकें।

स्वास्थ्य विभाग ने दी यह सलाह

✴️✴️एसओपी में यात्रियों को सलाह दी कि कम से कम सात दिन के लिए चारधाम यात्रा की योजना बनाएं।
✴️✴️केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय प्रत्येक एक से दो घंटे के बाद 5 से 10 मिनट तक आराम करें।
✴️✴️यात्रा के लिए गरम कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर साथ में अवश्य रखें।
✴️✴️तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुविधा के लिए यात्रा मार्ग पर 50 स्क्रीनिंग प्वाइंट बनाए गए हैं।
✴️✴️डॉक्टर व अन्य मेडिकल स्टॉफ के साथ ही यहां पर आवश्यकता अनुसार स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती भी की जाएगी।
✴️✴️वही मेडिकल रिलीफ प्वाइंट में दवाओं का स्टॉक, ऑक्सीजन सिलिंडर व अन्य सामान सहित सभी जरूरी उपकरण मौजूद रहेंगे।
✴️✴️सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आने अथवा उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार कराएं।
✴️✴️तीर्थयात्रियों के लिए टेलीमेडिसन सेवा की सुविधा रहेगी।