उत्तराखंड: कॉर्बेट में 29 जुलाई को राज्यवार जारी किए जाएंगे बाघों के आंकड़े, ग्लोबल टाइगर डे के अवसर पर होगी बैठक

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। ग्लोबल टाइगर डे 29 जुलाई को इस बार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मनाया जाएगा। इसी दिन यहां राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की बैठक भी होगी। इसमें राज्यवार बाघों की गणना (वर्ष 2022) के आंकड़े जारी किए जाएंगे।
केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद शासन के निर्देश पर उत्तराखंड का वन महकमा बैठक की तैयारियों में जुट गया है।

मुख्य बैठक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत रामनगर में की जाएगी आयोजित

इसी साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कर्नाटक के मैसूर में बाघों की गणना के आंकड़े जारी किए गए थे। इसमें देशभर में बाघों की संख्या वर्ष 2018 में 2967 के मुकाबले 3167 पाई गई थी। इसी दौरान संकेत मिले थे कि उत्तराखंड में भी बाघों की संख्या में इस बार इजाफा देखने को मिल सकता है। एनटीसीए की मुख्य बैठक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत रामनगर में आयोजित की जाएगी।

बैठक में बाघों के संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर की जाएगी चर्चा

बैठक में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, वन मंत्री सुबोध उनियाल, महानिदेशक वन चंद्रप्रकाश गोयल, बाघ धारण वाले सभी राज्यों के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक और अन्य फील्ड ऑफिसर सहित उत्तराखंड वन विभाग के अधिकारी भाग लेंगे। बैठक में बाघों के संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. धीरज पांडेय ने बताया कि बैठक की तैयारियों के मद्देनजर शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसी के अनुसार कार्य किया जा रहा है।

बैठक में प्रस्तुत की जाएंगी बाघों से संबंधित महत्वपूर्ण रिपोर्ट

एनटीसीए की बैठक में जहां बाघों के संरक्षण के मुद्दों पर चिंतन-मनन किया जाएगा, वहीं बाघों से संबंधित मैनेजमेंट ऑफेंसेस इवोल्यूशन (एमईई), ऑल इंडिया टाइगर असेसमेंट रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएंगी। बाघों के संरक्षण के लिए क्षेत्र में काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और अन्य को केंद्रीय मंत्री के हाथों सम्मानित किया जाएगा।

कॉर्बेट में बैठक की तैयारियों के संबंध में समिति का गठन किया गया

अनूप मलिक, प्रमुख वन संरक्षक (हाॅफ), वन विभाग ने बताया कि ग्लोबल टाइगर डे के संबंध में शासन के माध्यम से केंद्र सरकार से निर्देश मिले थे। यह उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय है। कॉर्बेट में बैठक की तैयारियों के संबंध में समिति का गठन किया गया है, जो व्यवस्थाओं को देखेगी। बैठक का अंतिम कार्यक्रम शीघ्र ही जारी किया जाएगा।