उत्तराखंड: आज शीतकाल के लिए बंद हुए विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम और यमनोत्री धाम के कपाट, जयकारों से गुंज उठे धाम

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। आज 15 नवंबर है। आज भाई दूज पर केदारनाथ धाम और यमनोत्री धाम के कपाट विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं।

इन धामों के कपाट बंद

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भैया दूज के पावन पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि-विधान के साथ बाबा केदार के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए हैं। भगवान आशुतोष के 11वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट आज सुबह 8 बजे छह माह के लिए श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली को विधि-विधान से मंदिर परिसर से रवाना हुई। जिसके बाद श्रद्धालु छह माह तक बाबा केदार की ऊखीमठ में ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चन कर सकेंगे। इस दौरान सेना के भक्तिमय धुनों के साथ जय श्री केदार तथा ऊं नमः शिवाय के उद्घोष से केदारघाटी गूंजी।

यमनोत्री धाम के कपाट बंद

इसके साथ ही यमुनोत्री धाम के कपाट आज 15 नवम्बर को भैया दूज के पावन पर्व पर 11 बजकर 57 मिनट पर निर्धारित समय पर मां यमुना के कपाट बंद कर दिए गये है। मां यमुना की जयकारों के बीच आज बुधवार को शीतकाल के लिए यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो गए हैं। इस दौरान मां गंगा के जयकारों से धाम गूंज उठा। मां यमुना का उत्सव श्री विग्रह शीत कालीन प्रवास खुशी मठ, खरसाली के लिए अपने भाई शनि देव जी की अगुवाई में प्रस्थान करेगी।