उत्तराखंड टॉप टेन न्यूज़ (8 जुलाई, शुक्रवार , आषाढ़ शुक्ल पक्ष, नवमी , वि. सं. 2079)

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◆ केदारनाथ में बनने वाले विश्व के सबसे लंबे सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे के निर्माण को वन्य जीव बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। इस प्रस्तावित रोपवे की लंबाई 11.5 किमी है, जिससे सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की दूरी मात्र 25 मिनट में तय हो सकेगी।

◆ राज्यपाल गुरमीत सिंह और केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने आज देहरादून में ‘सम्मान और सलाम’ कार्यक्रम में शहीदों के परिवारजनों को सम्मानित किया।

◆ आजादी के अमृत महोत्सव पर केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने आज से देशभर में ‘हरियाली सप्ताह महोत्सव’ की शुरुआत की है। इसी कड़ी में देहरादून, हरिद्वार और कोटद्वार में पौधे रोपे गए। वनमंत्री सुबोध उनियाल ने हरिद्वार में 75 रुद्राक्ष के पौधे रोपे।

◆ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मेक इन इंडिया के तहत प्रदेश की पहली ड्रोन फैक्ट्री का शुभारंभ किया, कहा- प्रदेश और केंद्र सरकार संसाधनहीन प्रतिभाओं को मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया के तहत प्रोत्साहित कर रही है।

◆ मौसम विभाग ने आज से 10 जुलाई तक प्रदेश के देहरादून, बागेश्वर और नैनीताल जिलों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, पौड़ी और नैनीताल जिलों में कल कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है।

◆ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज गौलापार स्थित कालीचौड़ मन्दिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। इस बीच मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए आश्वासन दिया।

◆ प्रदेश में दवाईयों की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण और निगरानी रखने के लिए पहली बार औषधि मूल्य निगरानी कमेटी बनाई जाएगी। इसके लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है।

◆ उत्तराखंड में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की दस्तक से हड़कंप मच गया है। कोटद्वार क्षेत्र में इस वायरस की चपेट में आने से करीब 75 पालतू सुअरों की मौत हो गई है।

◆ 14 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी होगी। इस बार एक दिन में केवल 150 कांवड़ियों को ही गोमुख जाने की अनुमति रहेगी।

◆ कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने आज श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र स्थित खिर्सू के एनआईटी सुमाड़ी पंपिंग पेयजल योजना का शिलान्यास किया। कहा- उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास और निर्माण निगम की इस योजना से निश्चित ही क्षेत्र वासियों को पेयजल आपूर्ति में लाभ होगा।