उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड की झांकी को पुरस्कृत किया गया है। गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर हुई परेड में उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को प्रथम स्थान मिला।
सीएम ने की पुरस्कार की घोषणा
जिसके लिए मंगलवार को नई दिल्ली में पुरस्कृत किया गया। झांकी के पहले स्थान पर आने से उत्तराखंड का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड की झांकी को देश में पहला स्थान मिलने पर खुशी जताई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गणतंत्र दिवस में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली मानसखंड झांकी के प्रत्येक कलाकार को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की।
झांकी में यह खास
उत्तराखंड का प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क, बारहसिंगा, उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग, गोरल, देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर जो उधमसिंह नगर में पाया जाता है, उत्तराखंड के प्रसिद्ध पक्षी घुघुती, तीतर, चकोर, मोनाल आदि व उत्तराखंड की प्रसिद्ध ऐपण कला को प्रदर्शित किया गया था। झांकी के आगे और पीछे उत्तराखंड का नाम भी ऐपण कला से लिखा गया था। इनमें जागेश्वर महादेव, चितई गोलज्यू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर, नंदादेवी मंदिर कसारदेवी मंदिर, झांकर सैम मंदिर पाताल भुवनेश्वर, हाटकालिका मंदिर, मोस्टमाणु मंदिर, बेरीनाग मंदिर, मलेनाथ मंदिर, थालकेदार मंदिर, बागनाथ महादेव, बैजनाथ मंदिर, कोट भ्रामरी मंदिर, पाताल रुद्रेश्वर गुफा, गोल्ज्यू मंदिर, निकट गोरलचैड मैदान, पूर्णागिरी मंदिर, वारही देवी मंदिर देवीधुरा, रीठा मीठा साहिब, नैनादेवी मंदिर, गर्जियादेवी मंदिर, कैंचीधाम, चैती (बाल सुंदरी) मंदिर, अटरिया देवी मंदिर व नानकमत्ता साहिब प्रमुख रूप से शामिल किए गए हैं।