उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। विजिलेंस के निदेशक एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वी. मुरुगेशन का कहना है कि वर्ष 2015 में हुए दारोगा भर्ती घोटाले की जांच जल्द पूरी की जाएगी। अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी है।
दारोगा के अलावा किसी और की संलिप्तता मिली तो उन्हें भी भेजा जाएगा जेल
विजिलेंस के निदेशक बनने के बाद पहली बार वी मुरुगेशन हल्द्वानी सेक्टर के कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने अधिकारियों व विवेचकों के साथ बैठक कर अब तक की प्रगति की समीक्षा की। कार्बेट में पेड़ों के अवैध कटान मामले में चार्जशीट दाखिल करने व दारोगा भर्ती घोटाले की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए।
20 दारोगाओं पर पहले हो चुकी है कार्रवाई
पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि दारोगा भर्ती घोटाले की जांच तेज कर दी है। 20 दारोगाओं पर पहले कार्रवाई हो चुकी है। जांच में जैसे-जैसे तथ्य मिल रहे हैं, उस आधार पर आगे बढ़ा जा रहा है। इस मामले में कोई नहीं बख्शा जाएगा। विजिलेंस के लिए कोई छोटा-बड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में शासन की अनुमति के बाद प्राथमिकी व खुली दोनों जांच की जाती हैं।
आय से अधिक संपत्ति मामले में 11 अधिकारियों की जांच
वी मुरुगेशन ने कहा कि शासन की अनुमति के बाद प्रदेश के 11 अधिकारियों के संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। साक्ष्यों के आधार पर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद प्राथमिकी होगी। अधिकारियों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित के आरोप हैं।
कैमरे से हो रही निगरानी से अपराध पर लगेगा लगाम
वी मुरुगेशन ने पुलिस बहुउद्देशीय भवन स्थित हाईटेक सीसीटीवी कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। 84 कैमरों से पूरे शहर की निगरानी करने पर उन्होंने पुलिस की सराहना की। आईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे व एसएसपी पंकज भट्ट ने उन्हें बताया कि सीसीटीवी कैमरों की संख्या और बढ़ानी है। नगर निगम से 40 लाख रुपये मिलने के बाद टेंडर आमंत्रित किए हैं। वी मुरुगेशन ने कहा कि कैमरों से यातायात व्यवस्था में जरूर सुधार होगा। साथ ही अपराध पर लगाम लगेगा।
मौजूद रहे
बैठक में एसपी विजिलेंस प्रहलाद नारायण मीणा, सीओ अनिल मनराल, दीपशिखा अग्रवाल आदि मौजूद रहे।