उत्तरकाशी: ऑपरेशन टनल: आई खुशखबरी: टनल से निकाले जा रहे मजदूर, 400 घंटे बाद मौत के मुंह से आए बाहर

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में 41 जिदंगियां फंसी हुई थी। जिनको सकुशल बाहर निकाला जा रहा है। जिसमें अभी दो मजदूरो को बाहर निकाला गया। इसमें विजय होरी और गणपत को बाहर निकाला गया। दोनों सुरक्षित और स्वस्थ बताए गए है‌।

देशवासियों की दुआएँ और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के प्रयास लाए रंग

जिसमें देशवासियों की दुआएँ और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हुआ। 17 दिन तक चले बचाव अभियान के बाद आज मंगलवार को वह ‘मंगलघड़ी’ आई जिसका ना सिर्फ मजदूरों के परिवारों बल्कि पूरे देश को इंतजार था।

अभियान के दौरान हर दिन लोगों की बाबा बौखनाग की पूजा अर्चना

आज मंगलवार को भी रोज की तरह सुबह ही सुरंग के पास बौखनाग देवता के मंदिर में पूजा शुरू हो गई थी। स्थानीय निवासियों का कहना था कि बौखनाग देवता की कृपा से ही मौसम अभियान में अवरोध नहीं बना और श्रमिक सुरंग से सुरक्षित बाहर आ रहे हैं। चर्चा में आए क्षेत्र के आराध्य देव बाबा बौखनाग की भविष्यवाणी आज सही साबित हुई। कहा गया है कि बाबा बौखनाथ सिलक्यारा सहित क्षेत्र की तीन पट्टियों के ईष्ट देव हैं। यहां नागराज का मंदिर है। यहां बाबा बौखनाग की ही पूजा-अर्चना की जाती है। बौखनाग देवता को इलाके का रक्षक माना जाता है।

हेल्थ चेकअप और आवश्यक इलाज के बाद भेजा जाएगा घर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 400 से अधिक घंटे तक देसी-विदेशी मशीनों और एक्सपर्ट ने मुश्किलों और चुनौतियों से भरे मिशन में हर बाधा को पार करते हुए मजदूरों के निकलने का रास्ता बनाया गया। इसके बाद श्रमिकों को बाहर निकाला जा रहा है। टनल के भीतर और बाहर 41 एंबुलेंस तैनात किए। बताया कि मजदूरों को बाहर निकालने के बाद सीधे अस्पताल ले जाया जाएगा। हेल्थ चेकअप और आवश्यक इलाज के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा।