उत्तराखंड: कैबिनेट बैठक संपन्न, इन फैसलों पर लगी मुहर

सीएम धामी की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित कैबिनेट बैठक समाप्त हो गई है । आयोजित हुई कैबिनेट बैठक में मंत्रिमंडल ने 15 प्रस्तावों पर मुहर लगा दी है ।

कैबिनेट बैठक के प्रमुख निर्णय

1- शिक्षा विभाग में निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को कक्षा 1 से 12 तक के सिलेबस में शामिल किया जाएगा। उत्तराखंड शिक्षा बोर्ड में लागू होगा।

2.परिवहन निगम में 24 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था लेकिन राजस्व की कमी के चलते इन कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई थी। ऐसे में निर्णय लिया गया है कि इन 24 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दिया जाए।

3.उच्च शिक्षा विभाग में छात्रवृत्ति योजना के तहत कौशल निधि मनी दिया जाता है। लेकिन 1 साल बाद बच्चा नहीं लेता है तो वह पैसा कॉलेज के विकास में खर्च किया जाएगा।

4.1662 कर्मचारियों को कोविड काल के समय नौकरी दी गई थी। उन सभी कर्मचारियों को अगले 6 महीने के लिए सेवा विस्तारित की गई ।

5.जसपुर तहसील के 19 गांव को हटाकर काशीपुर तहसील में जोड़े जाने का किया गया निर्णय।

6. परिवहन विभाग की सेवा नियमावली को प्रख्यापित करने का निर्णय । अभी तक उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की नियमावली लागू थी।

7. केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्य के तहत अब एक मंजिला मकान की जगह दो मंजिला मकान बनाए जाएंगे।

8 . केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्य में कंसल्टेंसी ने अधिक मैन पावर की मांग की थी जिस पर मंत्रिमंडल ने सहमति जता दी है ।

9. 526 करोड़ के जायका प्रोजेक्ट को इंप्लीमेंट करने के लिए कई पदों पर भर्ती के लिए दी गई सहमति।

 10. राजस्व विभाग में सात अधिकारियों को पदोन्नति किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने पर मंत्रिमंडल के सहमति।

11. रियल एस्टेट डेवलपर में खरीदने और बेचने वाले के बीच जो खरीद बिक्री का लेटर होता था उसके लिए भारत सरकार ने एक अलग फॉर्मेट तैयार किया है जिसको प्रदेश में लागू करने पर बनी सहमति ।

12 . जुडिशरी में कुछ पदों के नामों में किए गए हैं संशोधन।

13. रेलवे विभाग में एक मैन्युअल जारी किया था जिसके तहत रेलवे ट्रैक के आसपास सड़क बनाए जाने के लिए उनसे सहमति लेने की बात थी। जिस पर अब उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड में लागू करने पर मुहर लगा दी है।

14. सितारगंज चीनी मिल के जीर्णोद्धार के लिए पीपीपी मोड पर दिया गया था उसमें सिक्योरिटी मनी को 5 फीसदी से घटाकर दो फीसदी कर दिया गया है।

15. अगले 5 सालों में अपना राजस्व दोगुना किए जाने को लेकर विशेषज्ञों से राय मशवरा किया जाएगा।