उत्तराखंड: पर्यटन विभाग ने यमुनोत्री रोप-वे प्रोजेक्ट के लिए किया अनुबंध, फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर किया जायेगा निर्माण

फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर निर्माण किए जाने वाला यमुनोत्री धाम का 3.38 KM लंबा रोप-वे मोनोकेबल डिटैच्चेबल प्रकार  का होगा । इस रोप-वे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 लोगों को ले जाने की होगी। रोप-वे के एक कोच की क्षमता आठ लोगों की होगी।मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी एवं पर्यटन मंत्री  सतपाल महाराज की उपस्थिति में आज मुख्यमंत्री आवास में यमुनोत्री रोप-वे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग, निजी निर्माण कंपनी एस.आर.एम. इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री प्रा. लि. के बीच अनुबंध किया गया।

रोप-वे परियोजना के पूर्ण होने के बाद यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जुड़ जायेगा

मुख्यमंत्री  धामी ने कहा कि इस रोप-वे परियोजना के पूर्ण होने के बाद यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से जुड़ जायेगा। मात्र 15-20 मिनट में ही श्रद्धालु खरसाली से यमुनोत्री पहुंच जाएंगे एवं प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक सौन्दर्य का लाभ उठा पाएंगे। पर्यटन मंत्री  सतपाल महाराज ने कहा कि खरसाली से यमुनोत्री धाम तक बनने वाला यह रोप-वे मां यमुना के ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने एवं उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं में एक नया अध्याय शुरू करने का कार्य करेगा। परियोजना का क्रियान्वयन तय सीमा में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

यमुनोत्री धाम के लिए बनने वाला 3.38 KM लंबा यह रोप-वे मोनोकेबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा

यमुनोत्री धाम के लिए बनने वाला 3.38 KM लंबा यह रोप-वे मोनोकेबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा। जिसका निर्माण फ्रांस और स्विटजरलैंण्ड की तर्ज पर किया जायेगा। इस रोप-वे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 लोगों को ले जाने की होगी। रोप-वे के एक कोच की क्षमता आठ लोगों की होगी। यमुनोत्री को रोप-वे से जोड़ने के साथ ही पार्किंग, आवासीय व्यवस्था, रेस्टोरेंट के निर्माण भी प्रस्तावित हैं। लगभग 166.82 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले रोप-वे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा।

इस अवसर पर मौजूद गण

इस अवसर पर विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, ले. कमान्डर दीपक खण्डूरी (से.नि.) निदेशक अवस्थापना,  अविरल जैन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्वनि पुण्डीर (से.नि.) समेत कई लोग उपस्थित रहे।