राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) ने आज राजभवन परिसर में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में नैनीताल के कोटाबाग, ल्वेशाल, धारी, रामगढ़, फहतेहपुर, रानीबाग, मोटाहल्दू आदि स्थानों की महिलाओं ने अपने-अपने उत्पाद प्रदर्शित किए।
उत्तराखण्ड की महिलाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है वे आत्मनिर्भरता की मिसाल हैं। उत्तराखण्ड की महिलाएं आर्थिक क्रांति लाने में सक्षम हैं। रिवर्स पलायन में स्वयं सहायता समूह की मुख्य भूमिका होगी, वे महिला सशक्तिकरण का बेहतरीन उदाहरण हैं। राज्यपाल ने महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों जिनमें वुडन कलाकृतियां, ऐपण, हैंन्डीक्राफ्ट, दालें, मसाले, बेकरी उत्पाद, अचार, जैम आदि की सराहना की। उन्होंने उत्पादों में वैल्यू एडिशन के साथ उत्पादों की पैकेजिंग एवं ब्रांडिंग पर फोकस करने का सुझाव दिया।
स्वयं सहायता समूहों को हरसंभव मदद दी जाए
राज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि स्वयं सहायता समूहों को हरसंभव मदद दी जाए। ग्रोथ सेंटरों के माध्यम से उनके उत्पादों का विपणन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए नवीनतम तकनीकी का उपयोग करने के लिए मदद का भरोसा भी दिया। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक एवं जैविक खेती के उत्पादों को अनेकों लोग खरीदना चाहते हैं बस ऐसे लोगों तक पहुंचने की जरूरत है इसके लिए विभागीय अधिकारी समूहों का सहयोग करें। इस दौरान राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से संवाद करते हुए समूह संचालन के दौरान आ रही समस्याओं को भी सुना और अधिकारियों को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर सहित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित रहीं।