विश्व श्रवण दिवस 2023: कान और सुनने की देखभाल सभी के लिए! आइए इसे हकीकत बनाएं! थीम के साथ मनाया गया विश्व श्रवण दिवस

हर साल 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस  मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को बहरेपन की समस्या के कारण और निवारण के प्रति जागरूक और सचेत करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस मौके पर कैंपेन आयोजित कर लोगों को बहरेपन की बढ़ रही समस्याओं के प्रति जागरूक करता है। वैश्विक स्तर पर तकरीबन 1.5 बिलियन लोग पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधा का सामना कर रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने भी जागरूकता बढ़ाने का किया आह्वान

आज विश्व श्रवण दिवस के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने लोगों से श्रवण विकारों और श्रवण हानि के बारे में जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा कि जनभागीदारी के साथ, श्रवण विकारों की प्रारंभिक पहचान और समय पर उपचार के लाभों के बारे में समुदायों के बीच मौजूदा ज्ञान में बहुत योगदान दिया जा सकता है।

इस दिन को मनाने की शुरुआत कैसे हुई?

साल 2007 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हर साल 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस मनाने की घोषणा की थी। शुरुआत में इस दिन का नाम इंटरनेशनल ईयर केयर रखा गया था जिसे साल 2016 में ‘वर्ल्ड हियरिंग डे’ यानी विश्व श्रवण दिवस कर दिया गया। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को बहरेपन की समस्या के कारण और उसके निवारण के प्रति जागरूक बनाना और सचेत करना है जिससे वह इस खतरे से बच सके। इस दौरान लोगों को यह भी बताया जाता है कि वो कैसे अपने कान की सुरक्षा और सेहत पर ध्यान रख सकते हैं।

विश्व श्रवण दिवस की इस साल की थीम

हर साल विश्व श्रवण दिवस एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन एक थीम तैयार करता है साथ ही लोगों को जागरूक शैक्षिक सामग्री तैयार करता है, जो विभिन्न भाषाओं में लोगों को उपलब्ध कराई जाती है। इस साल इसकी थीम है- कान और सुनने की देखभाल सभी के लिए! आइए इसे हकीकत बनाएं!  (Ear and hearing care for all! Let’s Make it a Reality)। इससे पहले वर्ष 2022 में वर्ल्ड हियरिंग डे की थीम ‘टू हियर फॉर लाइफ, लिसन विद केयर’ रखी गई थी।

विश्व श्रवण दिवस का महत्व

वैश्विक स्तर पर तकरीबन 1.5 बिलियन लोग पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधा का सामना कर रहे हैं। इसमें से लगभग 430 मिलियन लोगों को जल्द से जल्द इलाज की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2050 तक विश्व भर में लगभग 2.5 मिलियन लोग या 4 में से एक व्यक्ति पूर्ण अथवा आंशिक रूप से श्रवण बाधित से प्रभावित होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आयोजित यह दिवस श्रवण तंत्रिकाओं की सुरक्षा एवं रोग निवारक उपायों को अपनाने के लिए की जाने वाली कार्रवाई के बारे में जागरूकता फैलाने का अवसर प्रदान करता है।